29 बच्चों का भविष्य संवार रहा एक मात्र शिक्षक
संवाद सहयोगी सलूणी कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद रहने से विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाया जा
संवाद सहयोगी, सलूणी : कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद रहने से विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाया जा रहा है। हालांकि जहां शिक्षकों की कमी नहीं है, वहां तो बच्चों को आनलाइन पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आ रही है, लेकिन जिले में कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जहां पर शिक्षकों के पद लंबे समय से खाली हैं। ऐसा ही एक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रियुंगल भी है। जिला चंबा के उपमंडल सलूणी की अंतिम पंचायत भांदल में स्थित यह स्कूल जम्मू कश्मीर की सीमा के साथ लगता है।
स्कूल की वर्तमान समय में स्थिति यह है कि यहां पर महज एक ही शिक्षक 29 विद्यार्थियों का भविष्य संवार रहा है। स्कूल में छठी से आठवीं कक्षा तक 29 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन्हें शिक्षित करने के लिए एसएमसी के माध्यम से सेवाएं दे रहे टीजीटी नान मेडिकल हेमराज लगातार जुटे हुए हैं। हेमराज वर्ष 2016 से इस स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि यहां पर वर्ष 2012 के बाद नियमित शिक्षक की तैनाती नहीं हो पाई है, जबसे कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ा है। तब से आज दिन तक हेमराज बच्चों को शिक्षित करने के लिए उनके घरद्वार पहुंच रहे हैं। हर दिन तीन घंटे तक घरद्वार पर शिक्षा प्रदान करने के साथ ही वह आनलाइन माध्यम का भी सहारा ले रहे हैं।
हेमराज का कहना है कि जम्मू की सीमा के साथ लगते इस स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आने वाले 29 बच्चों की पढ़ाई कोरोना काल के दौरान प्रभावित न हो, इसके लिए हर दिन वह करीब तीन घंटे तक उन्हें शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसके बाद वह वापस लौटते हैं तथा जो कुछ घरद्वार पर शिक्षा प्रदान करने के बाद रह जाता है, उसे वह आनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाते हैं।