सूक्षम दिखा शोभायात्रा का नजारा, बाजार सुनसान

रावी ओर साल नदियों के बीच बसे खूबसूरत शहर चंबा के धरोहर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:17 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:17 PM (IST)
सूक्षम दिखा शोभायात्रा का नजारा, बाजार सुनसान
सूक्षम दिखा शोभायात्रा का नजारा, बाजार सुनसान

फोटो सहित

मान सिंह वर्मा, चंबा

रावी ओर साल नदियों के बीच बसे खूबसूरत शहर चंबा के धरोहर मैदान में मनाया जाना वाले अंतरराष्ट्रीय मिजर मेले के अंतिम दिन निकली शोभायात्रा का नजारा सूक्षम नजर आया। जो भीड़ इसके आयोजन पर निकलती थी, वो दूर-दूर तक नजर नहीं आया। मिंजर मेले का गवाह बनने वाला चंबा का ऐतिहासिक चौगान भी सुनसान नजर आया।

रविवार को गिने-चुने लोगों द्वारा निभाई गई रस्मों से शुरू हुआ मेला गिने-चुने लोगों की मौजूदगी में ही रावी में मिजर विसर्जन के साथ संपन्न हो गई। पिछले दो साल से प्रदेश में होने वाले सभी तरह के मेलों के अलावा मिजर मेले पर कोरोना का साया ऐसा पड़ा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेला सूनेपन में ही संपन्न हो गया। श्रावण माह के दूसरे रविवार को शुरू हुआ मिजर मेला आठ दिन तक चलता है। जिस दिन मिजर का रावी में विसर्जन होता था, उस दिन का नजारा देखने के लिए तिल धरने के लिए बाजार में जगह तक नहीं मिलती थी।

चंबा में पार्किंग के लिए जगह न मिलने से जिला मुख्यालय से लेकर परेल तक सड़क के गाहे बगाहे गाड़ियों की कतार लगी होती थी। लोग जान जोखिम में डाल भीड़ के बीच बस में सफर करते थे। दिन में करीब तीन बजे जब मिजर प्रवाह करने के लिए निकलने वाली झांकी को देखने के लिए लोग दो तीन घंटे पहले ही कतार में खड़े हो जाते थे। भीड़ के बीच समय रहते जो आगे नहीं बैठ पाए वह झांकी देखने से वंचित रह जाते थे। झांकी देखने के लिए कई लोग जान जोखिम में डाल पेड़ों पर भी चढ़ जाते थे लेकिन रविवार को संपन्न हुई मिजर में चंबा के खूबसरत चौगान ही नहीं बाजार सहित शहर की हर गली सुनसान दिखी। जरूरी कार्य को लेकर निकले लोग ही जिला मुख्यालय पहुंचे। हर रविवार की तरह गिने-चुने रूट पर बसें चली। यह नजारा देख बुजुर्गों सहित हर लोगों के जहन में एक ही सवाल था कभी नहीं सोचा था कि ऐसी मिजर भी देखने को मिलेगी। लोग भगवान से कोरोना के खात्मे की दुआएं मांग रहे हैं ताकि जीवन पहले की तरह सामान्य हो सके ओर लोग बिना किसी झिझक के एक दूसरे के गले मिल सकें।

chat bot
आपका साथी