चोटियों पर बर्फबारी, जिला शीतलहर की चपेट में

जिले में बुधवार को मौसम ने अचानक करवट बदल ली और दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:43 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:43 PM (IST)
चोटियों पर बर्फबारी, जिला शीतलहर की चपेट में
चोटियों पर बर्फबारी, जिला शीतलहर की चपेट में

जागरण टीम, चंबाड़ी/डलहौजी : जिले में बुधवार को मौसम ने अचानक करवट बदल ली और दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। शाम को पांगी व भरमौर की चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। इससे जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। बुधवार सायं तक पांगी का तापमान माइनस सात और भरमौर का माइनस तीन डिग्री तक पहुंच गया। जिला मुख्यालय में भी ठंड बढ़ गई है। यहां पर 11 से 13 डिग्री के बीच तापमान रहा। ठंड बढ़ने से कई स्थानों पर लोग आग सेंकते नजर आए। आम दिनों में जो लोग स्वेटर पहनकर घर से निकल रहे थे, अब उन्होंने जैकेट सहित अन्य गर्म कपड़े पहना शुरू कर दिए हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने पशुओं के लिए चारा व स्वयं के लिए बालन इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। जिले में दिसंबर से फरवरी तक काफी सर्दी पड़ती है। मौसम बिगड़ने पर पहाड़ों में बर्फबारी होने की आशंका बढ़ जाती है और निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हो जाता है। इससे ठंड भी बढ़ जाती है।

सर्दी से कांपी पर्यटन नगरी डलहौजी

दिसंबर की शुरुआत में ही सर्दी की दस्तक से पर्यटन नगरी डलहौजी कांप उठी है। बुधवार को डलहौजी में सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए और आसमान में बादलों ने डेरा डाले रखा। अचानक मौसम के करवट बदलने से सर्दी से लोग ठिठुरने को मजबूर हो गए हैं। ठंड से बचने के लिए लोगों ने बुधवार को घर में ही रहना मुनासिब समझा। पर्यटक भी कम ही होटलों से बाहर निकले। इससे पर्यटन नगरी के बाजारों से रौनक गायब रही। दुकानदार भी ठंड से बचने के लिए दिनभर आग सेंकते रहे। ग्राहक न आने से उनका कारोबार भी प्रभावित रहा। स्थानीय लोगों ने कहा कि दिसंबर के शुरू में ही ठंड बढ़ गई है तो आगामी तो कड़ाके की सर्दी होने की संभावना है। डलहौजी में सर्दियों में होने वाली बर्फबारी यहां के पर्यटन व्यवसाय के लिए वरदान साबित होती है। इससे दुकानदारों को अच्छा कारोबार होने की उम्मीद रहती है।

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