एक डेस्क पर एक ही बच्चा बैठेगा
कोरोना के कारण बंद पड़े स्कूल पहली फरवरी से दोबारा शुरू होने जा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, चंबा : कोरोना के कारण बंद पड़े स्कूल पहली फरवरी से दोबारा शुरू होने जा रहे हैं। करीब एक वर्ष के लंबे इंतजार के बाद बच्चे स्कूल में पहुंचकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। जिला चंबा के स्कूलों के सभी अध्यापक बुधवार को अपने-अपने स्कूलों में पहुंचे। स्कूलों में पहुंचने के बाद स्कूल प्रधानाचार्यो सहित अध्यापकों द्वारा बच्चों के स्कूल में प्रवेश होने से लेकर उनके कक्षाओं में बैठने, शिक्षा ग्रहण करने व स्कूल से घर वापस जाने के संदर्भ में रणनीति तैयार की। एक डेस्क पर केवल एक ही बच्चा बैठेगा।
पहली फरवरी से पांचवीं, आठवीं, नौवीं, दसवीं, 11वीं व 12वीं कक्षा के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूलों में पहुंचने वाले हैं। इसी के मद्देनजर स्कूलों में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बरती जाने वाली सुरक्षा की रूपरेखा तैयार की जा रही है। सभी स्कूलों द्वार अपने-अपने तरीके से इस संदर्भ में योजना तैयार की जा रही है। योजना तैयार होने के बाद सभी स्कूलों द्वारा इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी। इस दौरान यदि कोई कमी पाई जाती है तो विभाग स्कूलों को उसे सुधारने के लिए कह सकता है। स्कूलों में कोविड-19 से बचने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। स्कूलों के मुखियाओं का कहना है कि स्कूलों में बच्चों के आने से पूर्व स्कूल के कमरों को सैनिटाइज करवाया जाएगा। मास्क पहनना अनिवार्य होगा। बच्चों के हाथ सैनिटाइज करवाने की व्यवस्था होगी तथा शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
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स्कूलों के सभी कमरे सैनिटाइज किए गए हैं। बच्चों के आने से एक दिन पूर्व भी इन्हें सैनिटाइज करवाया जाएगा। स्कूल के मुख्यद्वार पर छात्रों सहित स्टाफ की थर्मल स्कैनिग की जाएगी। स्कूल से घर निकलते समय भी थर्मल स्कैनिग होगी। हाथों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था रहेगी। एक डेस्क पर एक बच्चे के बैठने की ही व्यवस्था होगी। मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यदि किसी के पास मास्क नहीं है तो स्कूल उसे मास्क मुहैया करवाएगा। गाड़ियों को सैनिटाइज किया जाएगा। कोविड-19 के संदर्भ में सभी नियमों का पालन किया जाएगा।
-अनिल शर्मा, प्रधानाचार्य डीसीएम गुरुकुल पब्लिक स्कूल लचोड़ी। --------
पहली फरवरी से स्कूल शुरू हो रहे हैं, इसलिए सभी विद्यालयों को निर्देश जारी किए गए हैं कि कोविड-19 से बचने के लिए जो भी नियम बनाए गए हैं, उनका ईमानदारी के साथ पालन करें। इससे बचने के तमाम उपाय अपनाए जाएं।
-देवेंद्र पाल, उपनिदेशक शिक्षा विभाग चंबा।