नाले को ही बना दिया डंपिंग साइट
सलूणी क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को झटका लगा है। सालवां से
संवाद सहयोगी, सलूणी : सलूणी क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को झटका लगा है। सालवां सेक्टर में बंदोखी-थलोगा के लिए सड़क निर्माण के निकलने वाला मलबा नाले में फेंका जा रहा है। ठेकेदार की लापरवाही से नाले सहित एक प्राकृतिक जलस्रोत अपना अस्तित्व खो रहा है। इससे लोगों में ठेकेदार व लोक निर्माण विभाग के खिलाफ रोष पनपने लगा है।
लोक निर्माण विभाग मंडल सलूणी सालवां सेक्टर में बंदोखी से थलोगा के लिए सड़क का निर्माण ठेकेदार से करवा रहा है। सड़क से निकलने वाला मलबा ठेकेदार नाले में फेंक रहा है। इससे नाले में मलबे के ढेर लग गए हैं। मलबे में कई पेड़ भी दब गए हैं। इस नाले पर निर्भर घराट भी बंद हो गया है। जिस नाले में ठेकेदार द्वारा यह मलबा फैंका गया है, उसके ठीक दूसरी तरफ स्कूल भी है।
लोगों का कहना है कि मलबे की ऊंचाई करीब 20 मीटर तक बन गई है। ऐसे में यदि भारी बारिश का यहां स्थिति भयानक हो सकती है। 1996 में भारी बारिश के बाद नाले में पेड़ गिरने से पानी काफी मात्रा में इकट्ठा हो गया था। इसके बाद तेज रफ्तार से बहता पानी उनके खेतों में जा घुसा था। उन्होंने कहा कि नाले के नीचे एक तरफ स्कूल है, वो भी खतरे की जद में आ गया है।
ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग व प्रशासन से मांग की है कि ठेकेदार को ऐसा करने से रोका जाए। अब तक हुए नुकसान की भरपाई करवाई जाए। उधर, लोक निर्माण विभाग मंडल सलूणी के अधिशाषी अभियंता एसके चंदेल ने कहा कि मामला ध्यान में आया है। विभाग ठेकेदार को नोटिस जारी कर रहा है। साथ ही संबंधित वृत के कनिष्ठ अभियंता को मौके पर जाने के निर्देश दे दिए हैं। ठेकेदार को मलबा डंप करने की साइट बताई गई है। उसके बावजूद ठेकेदार ऐसा कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।