पांगी में जंगलों की सुरक्षा दो वनरक्षक के हवाले
वनमंडल पांगी के तहत संसारी नाला से कड़ू नाला तक सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फैले वन क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा दो वनरक्षकों के हवाले है।
कृष्ण चंद राणा, पांगी
वनमंडल पांगी के तहत संसारी नाला से कड़ू नाला तक सैकड़ों हेक्टेयर में फैले वनक्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा वन विभाग व सरकार ने दो वनरक्षकों को सौंपा है। हालांकि पांगी वनमंडल में 31 वनरक्षकों के पद स्वीकृत हैं। कुछ दिन पहले पांगी में 13 वनरक्षक सेवाएं दे रहे थे। इनमें से 11 का सरकार के निर्देश पर वन विभाग ने तबादला कर दिया है। अब दो वनरक्षक ही तीन रेंज में सेवाएं दे रहे हैं। इससे जंगल रामभरोसे हैं। पांगी वनमंडल में स्टाफ की कमी जंगलों पर भारी पड़ रही है। वन काटु बेखौफ पेड़ों पर कुल्हाड़ी व कटर चलाते हैं, जिसका किसी को पता नहीं होता है।
स्थानीय लोगों विकास कुमार, रमेश लाल, दुनी चंद, अमीचंद, सुशील कुमार, गौरव कुमार, गुरदेव, अर्जुन कुमार, हीरा लाल, हिमराल, जनकराज, टशी, सुमनजीत, शर्त प्रसाद, जानकी नाथ, ओमप्रकाश, किशन कुमार, दिलदार, चंडी दास दोर्जे, रोशन लाल, विपन लाल, जोगिद्र सिंह, कमला देवी, शकुंतला, रजनीकांत, राजेश कुमार, सुभाष चंद, तार देई, भुजदेई, समली, रेशमा कुमारी, गिरजा प्रसाद, उमेश कुमार, सुनील कुमार व रामचरण ने कहा कि पांगी वनमंडल में वनरक्षकों ही नहीं बल्कि वन परिक्षेत्र अधिकारियों के पद भी रिक्त हैं। उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि रिक्त पदों को जल्द भरा जाए, ताकि जंगल सुरक्षित रहें।
------
पांगी वनमंडल में 13 वनरक्षक कार्यरत थे। इनमें से 11 का तबादला हो चुका है। उनके स्थान पर कुछ वनरक्षकों के आदेश सरकार व वन विभाग ने किए हैं। अगर वे यहां तैनात हो जाते हैं तो समस्याओं से निपटा जा सकता है। रिक्त पदों के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया है।
-सुशील गुलेरिया, वनमंडल अधिकारी पांगी