एक करोड़ खर्चा, फिर भी तर नहीं हुए खेत

कृष्ण चंद राणा पांगी घाटी की किलाड़ व करेल पंचायत के किसानों-बागवानों को 14 साल बाद

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 06:55 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:55 PM (IST)
एक करोड़ खर्चा, फिर भी तर नहीं हुए खेत
एक करोड़ खर्चा, फिर भी तर नहीं हुए खेत

कृष्ण चंद राणा, पांगी

घाटी की किलाड़ व करेल पंचायत के किसानों-बागवानों को 14 साल बाद भी सिचाई सुविधा नसीब नहीं हो पाई है, जिससे क्षेत्र के करीब चार सौ बीघा जमीन में फसल सूखे की चपेट में आने से किसान परेशान है। कूहल के निर्माण के लिए सरकार ने यहां करीब एक करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन फिर भी क्षेत्र में किसानों बागवानों तक पानी नहीं पहुंच पाया है। ग्राम पंचायत किलाड़ करेल के परमस, करहोती, थामोह, चौकी, महालियत एक, महालियत दो में सिचाई सुविधा के लिए वर्ष 2006-07 में सरकार के जलशक्ति (सिचाई एवं जनस्वास्थ्य ) विभाग ने 70 लाख की योजना बनाकर सिचाई सुविधा का निर्माण करवाया, लेकिन कूहल का निर्माण नहीं हो पाया। इसके बाद यहां करीब 40 लाख रुपये के बजट का भी अतिरिक्त प्रावधान किया गया। वर्ष 2013-14 में सरकार ने गुजराल नाला परमस सिचाई कूहल तरीके से पाइप के माध्यम से पानी लाने का प्रावधान करके सिचाई कूहल के लिए कार्य करवाया। बावजूद इसके न कूहल का निर्माण हुआ और न पानी आया। हालात यह है कि कहीं पाइप हैं तो कहीं भूस्खलन से पूरा हिसा क्षतिग्रस्त हो गया है। इस बार पांगी में बारिश न होने के कारण सूखे से लगभग चार सौ बीघा जमीन में फसल सूख गई है। जून माह की बैठक में पंचायत उपाध्यक्ष ग्राम पंचायत किलाड़ सतीश शर्मा ने यह मुद्दा उठाया जिसे सर्वसम्मति प्रस्ताव पारित करके सरकार, आवासीय आयुक्त, अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग को भेजकर छानबीन करने की मांग की है। पांगी में सर्दियों के बाद गर्मियों में नदी नाले में काफी वर्फीला पानी होता है। जिसके कारण यहां कुछ क्षेत्र में सिचाई की संभावना है, लेकिन सरकार के बजट के बावजूद यहां सिचाई का प्रावधान नही हो पाया है। सरकार ने किलाड़ व करेल पंचायतों के गांवों के लिए सिचाई योजना के लिए लगभग एक करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 14 साल कार्य करवाने के बाद गुजराल नाला परमस सिचाई कूहल में एक बार ट्रायल के तौर पर भी पानी नहीं आया। पांगी में सरकार की कई योजनाएं विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ चुकी है। ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव सरकार को भेजा हैं।

सतीश शर्मा, उपप्रधान ग्राम पंचायत किलाड़। गुजराल नाला परमस सिचाईं कूहल का कुछ भाग ठेकेदार को किसी कारण से अवार्ड नहीं हो पाया था, जिसके कारण यह पूरा नहीं हुआ है। विभाग फिर से टेंडर प्रक्रिया करके कूहल का दोबारा टेंडर करवाएगा। गुजराल नाले में लोक निर्माण विभाग के डंगे स्लाइड होने के कारण वहां दबाई गई कुछ पाइपें भी टूट गई हैं। उसका भी टेंडर करवाया जाएगा।

अजय शर्मा, सहायक अभियंता जलशक्ति विभाग पांगी।

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