ज्योति ने बनाया मनमोहक पोस्टर
राजकीय महाविद्यालय चंबा के एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब और रोवर-रेंजर इकाई के सयुंक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, चंबा : राजकीय महाविद्यालय चंबा के 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' क्लब और रोवर-रेंजर इकाई के सयुंक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। एक भारत, श्रेष्ठ भारत क्लब के प्रभारी प्रो. अविनाश ने बताया कि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए पोस्टर बनाओ, कोलॉज बनाओ, नारा लेखन व फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं करवाई गई। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय की लगभग 200 प्रविष्टियां, पोस्टर, फोटो, नारा, कोलॉज के रूप में प्राप्त हुई। प्रतियोगिताओं का विषय पर्यावरण प्रदूषण, मौसम बदलाव, कोरोना का पर्यावरण पर प्रभाव, कोरोना महामारी एवं बचाव, हमारा पर्यावरण, स्थानीय जीव-जंतु, प्राकृतिक सौंदर्य आदि रहे। पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता में ज्योति शर्मा (बीकॉम द्वितीय वर्ष) प्रथम, दीक्षा राणा (बीएससी द्वितीय वर्ष) द्वितीय और दीक्षा रणहोत्रा (बीएससी छठा सेमेस्टर) तृतीय स्थान पर रही। उषा देवी (बीए छठा सेमेस्टर) ने सांत्वना पुरस्कार पर कब्जा किया।
कोलॉज बनाओ प्रतियोगिता में उषा प्रथम
कोलॉज बनाओ प्रतियोगिता में उषा देवी (बीए छठा सेमेस्टर) प्रथम, दीक्षा रणहोत्रा (बीएससी छठा सेमेस्टर) द्वितीय, दीक्षा राणा (बीएससी द्वितीय वर्ष) तृतीय रही।
रितिका ने लिखा सबसे अच्छा नारा
नारा लेखन में रितिका ठाकुर (बीएससी प्रथम वर्ष) व दीक्षा रणहोत्रा (बीएससी छठा सेमेस्टर) ने पहला, काजल कुमारी (बीए द्वितीय वर्ष) ने दूसरा, नेहा शर्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया।
प्रिया की फोटोग्राफी को प्रथम स्थान
फोटोग्राफी में प्रिया वर्मा (बीएससी छठा सेमेस्टर) प्रथम, काजल कुमारी (बीएससी छठा सेमेस्टर) व साहिल शेख (बीकॉम प्रथम वर्ष) द्वितीय, अर्पिता (बीएससी छठा सेमेस्टर) तृतीय और दीक्षा रणहोत्रा (बीएससी छठा सेमेस्टर) व मेघा ठाकुर (बीएससी प्रथम वर्ष) ने तीसरा स्थान हासिल किया।
प्राचार्य डॉ. शिव दयाल ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर जागृति लाने के लिए वर्ष 1972 में की थी। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था।