11 भक्तों ने मां भद्रकाली के दरबार में नवाया शीश

स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के दरबार में वीरवार को माता के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा को समर्पित तृतीय नवरात्र पर भी सैकड़ों भक्तों ने माथा टेका।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 06:12 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 06:12 AM (IST)
11 भक्तों ने मां भद्रकाली के दरबार में नवाया शीश
11 भक्तों ने मां भद्रकाली के दरबार में नवाया शीश

संवाद सहयोगी, डलहौजी : स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के दरबार में वीरवार को माता के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा को समर्पित तृतीय नवरात्र पर भी सैकड़ों भक्तों ने माथा टेका। मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था।

कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते मास्क पहनकर व शारीरिक दूरी रखते हुए कतार में खड़े होकर मां के जयकारे लगाते हुए भक्तों ने अपनी बारी आने पर मंदिर के गर्भगृह के बाहर से ही मां दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। देर शाम तक मंदिर में भक्तों के आने का क्रम जारी रहा।

मंदिर प्रबंधन समिति के अनुमान के अनुसार वीरवार को करीब 1100 श्रद्धालुओं ने शीश माथा टेका। उधर नवरात्र में भलेई में भक्तों की आमद बढ़ने से भलेई बाजार में भी रौनक आ गई है। मंदिर आने वाले भक्त भलेई बाजार में दुकानों पर मां की चुनरी, प्रसाद व तस्वीरों के साथ बच्चों के खिलौनों की खरीदारी कर रहे हैं। जिससे भलेई बाजार के दुकानदारों का कामकाज भी चल निकला है।

मालूम हो कि भलेई बाजार के दुकानदारों का व्यवसाय मंदिर में आने वाले भक्तों पर ही मुख्य रूप से निर्भर है। कोरोना संकट के चलते भक्तों की आमद कम होने से यहां के दुकानदारों का कामकाज मंदा रहा परंतु अब यहां के दुकानदारों के कामकाज में थोड़ी तेजी आई है।

उधर भलेई मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने कहा कि मंदिर परिसर में कोरोना से बचाव के नियमों की पालना सुनिश्चित की जा रही है। मास्क पहनने व शारीरिक दूरी रखने के लिए मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्य व पुलिस कर्मचारी भक्तों को जागरूक कर रहे हैं। जिन भक्तों के पास मास्क नहीं होता है, उन्हें समिति की ओर से मास्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। कमल ठाकुर ने भलेई मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले लोगों से कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने व व्यवस्थाएं बनाएं रखने में सहयोग की अपील की है।

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