तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को ब्लू प्लैनेट पुरस्कार

संवाद सहयोगी डलहौजी सिक्किम में स्थित एनएचपीसी के 510 मेगावाट तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को 12

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:06 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:06 PM (IST)
तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को ब्लू प्लैनेट पुरस्कार
तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को ब्लू प्लैनेट पुरस्कार

संवाद सहयोगी, डलहौजी : सिक्किम में स्थित एनएचपीसी के 510 मेगावाट तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को 120 देशों में संचालित लंदन स्थित गैर-लाभकारी सदस्यता संघ इंटरनेशनल हाइड्रोपावर एसोसिएशन (आइएचए) की ओर से प्रतिष्ठित ब्लू प्लैनेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एनएचपीसी के स्वामित्व वाले इस पावर स्टेशन का निर्माण एनएचपीसी की ओर से किया गया, वहीं संचालन भी एनएचपीसी की ओर से ही किया जा रहा है।

तीस्ता-पांच पावर स्टेशन के लिए इस पुरस्कार की घोषणा 23 सितंबर 2021 को व‌र्ल्ड हाइड्रो पावर कांग्रेस 2021 के दौरान की गई। गौर रहे कि यह पुरस्कार तीस्ता-5 पावर स्टेशन को आइएचएके हाइड्रो पावर सस्टेनेबिलिटी असेस्मेंट प्रोटोकाल (एचएसएपी) के आपरेशन स्टेज टूल का उपयोग करके 2019 में आइएचएके मान्यता प्राप्त लीड असे‌र्स्स की एक टीम की ओर से किए गए इसकी सस्टेनेबिलिटी असेस्मेंट के आधार पर प्रदान किया गया।

तीस्ता-पांच पावर स्टेशन को पुरस्कार मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए एनएचपीसी के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक(सीएमडी) एके सिंह ने कहा कि तीस्ता-पांच पावर स्टेशन का सस्टेनेबिलिटी असेस्मेंट हमारे संगठन के लिए सीखने का अनुभव था, क्योंकि यह भारत में किया गया पहला ऐसा असेस्मेंट था। उन्होंने कहा कि इस असेस्मेंट के परिणाम इस बात को विशिष्ट रूप से उजागर करते हैं कि किस प्रकार एनएचपीसी स्थानीय समुदाय सहित सभी हितधारकों को शामिल करते हुए और पर्यावरण पर प्रभाव को कम करते हुए विद्युत विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

सीएमडी एके सिंह ने कहा कि इस पुरस्कार से मिले सम्मान से वैश्विक मंच पर एनएचपीसी की छवि में वृद्धि होगी। वहीं यह पुरस्कार हमें सस्टेनेबेल जलविद्युत उत्पादन में उच्च मानकों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करेगा। गौर हो कि आइएचए के सदस्यों में प्रमुख जलविद्युत आनर्स और आपरेटर, डेवलपर्स, डिजाइनर, आपूर्तिकर्ता और सलाहकार शामिल हैं। आइएचए ब्लू प्लैनेट पुरस्कार उन जलविद्युत परियोजनाओं को प्रदान किया जाता है जो सत्त विकास में उत्कृष्टता प्रदर्शित करती हैं। वहीं हाइड्रो पावर सस्टेनेबिलिटी असेस्मेंट प्रोटोकाल (एचएसएपी) जलविद्युत परियोजनाओं की सस्टेनेबिलिटी को मापने के लिए अग्रणी अंतरराष्ट्रीय साधन है।

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