मिट्टी के बर्तन में बने मटन चटकारे लिए
आधुनिकता की दौड़ में हर कोई रीति रिवाज रहन-सहन व खानपान को भूल रहा है।
संवाद सहयोगी, चंबा : आधुनिकता की दौड़ में हर कोई रीति रिवाज, रहन-सहन व खानपान को भूल रहा है। समय के पीछे दौड़ रहे इन्सान के पास ही समय नहीं है। इस युग में बिजली चलित यंत्रों में फटाफट खाना तैयार होने लगा है। इतना ही नहीं लोगों के पास समय इतना कम पड़ गया है कि सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना व रात्रि भोज के आर्डर भी ऑनलाइन बुक हो रहे हैं। इसी आधुनिकता की दौड़ के बीच एनएफसीआइ संस्थान चंबा के प्रबंधन व प्रशिक्षु छात्रों ने मिट्टी के बर्तनों में मटन बनाकर लोगों को उस जमाने की याद दिला दी है।
संस्थान में होटल मैनेजमेंट की शिक्षा ग्रहण कर रहे युवाओं ने जिला मुख्यालय चंबा के पुलिस मैदान बारगाह में हुई ब्राउन बीयर मोटर कार व बाइक रैली में पूरी तरह से पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों में बनाया गया मटन प्रतिभागियों को परोसा। मिट्टी के बर्तन में बने मटन का स्वाद चखकर देशभर के प्रतिभागियों ने इसकी सराहना की है।
स्टॉल पर खाने के लिए पहुंचने वाले देशभर के प्रतिभागियों व अन्य को पत्तल व मिट्टी के बर्तन में तैयार मीट व चावल को परोसा गया। साथ ही इस दौरान लकड़ी के बने चम्मच का इस्तेमाल किया गया। वहीं पानी पीने के लिए भी मिट्टी व कूट के बने गिलास इस्तेमाल में लाए गए। उधर रैली में पहुंचे लोग भी मिट्टी के बर्तन में बने खाने के लिए काफी उत्सुक दिखे। एनएफसीआइ निदेशक सुदर्शन का कहना है कि संस्थान में होटल मैनेजमेंट कर रहे युवाओं ने ही मिट्टी के बर्तन में डिश तैयार की है। उनका यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा।