स्टाफ के बिना कृषि विभाग पांगी

सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 04:49 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 04:49 PM (IST)
स्टाफ के बिना कृषि विभाग पांगी
स्टाफ के बिना कृषि विभाग पांगी

संवाद सहयोगी, पांगी : सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। कृषि विभाग इन योजनाओं को धरातल पर उतारता है ताकि किसान उनका लाभ उठा सकें। हैरत यह है कि कृषि विभाग पांगी बिना स्टाफ के है। इस कारण लोगों को विभागीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।

जनजातीय क्षेत्र पांगी को सरकार जैविक खेती कृषि उत्पादक उपमंडल घोषित करने जा रही हैं। पांगी में कृषि विभाग का हाल यह है कि कुछ साल से वस्तुविशेषज्ञ समेत नौ पद खाली हैं। तकनीकी युग में डाटा आपरेटर तक के पद को सरकार की ओर से स्वीकृति नहीं दी गई है। कृषि विभाग पांगी में कार्यालय खुलने से आज दिन तक चपरासी का पद स्वीकृत नहीं हो पाया है। स्थानीय लोगों नील चंद, विशाख चंद, अनूप कुमार, मघा राम, केवल कृष्ण, ध्यान सिंह, रमेश चंद, नीलम चंद, जमना, शकुंतला, रेशमा, प्रमोली, गुलाबी, लाला राम, सतीश कुमार, सेसर चंद, नेक चंद गोपी नाथ व चंद्र कुमार का कहना है कि पांगी के लोगों की आर्थिकी व रोजी रोटी का मुख्य साधन कृषि है। लोग गेहूं, जौ, आलू, काला मटर, राजमाह, फूलन, भरेस, सहित अन्य अनाज पैदा करते हैं। एक समय पांगी में कृषि विभाग में 11 कर्मचारी किसानों को सेवाएं देते थे।

सरकार ने किसानों के हित के लिए कई योजनाओं का शुभारंभ तो किया लेकिन इनकी जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति करना भूल गई है। सरकार कहती है कि जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा लेकिन इसके प्रचार प्रसार के लिए किसी अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है। पांगी में बस्तुविशेषज्ञ, (एसएमएस) कृषि प्रसार अधिकारी का पद खाली है। कृषि विस्तार अधिकारी के पांच में से एक पद भरा है। ऐसे में कृषि का विस्तार कैसे होगा? लोगों ने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक से खाली पदों को भरने की मांग की है।

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कृषि विभाग में खाली पदों को भरने के लिए सरकार और उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया गया है। सरकार की ओर से पांगी में खाली पदों को जल्द भरने की उम्मीद है ताकि किसानों को विभाग की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके।

सुखदेव सिंह राणा, आवासीय आयुक्त, पांगी

------------------------ सिग्नल न होने से लोग परेशान

पांगी में मंगलवार सुबह से बीएसएनएल का सिग्नल न होने के कारण लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। लोगों को स्वजनों से बात करना और उनका हाल जानना भी मुश्किल हो गया।

बीएसएनएल के अधिकारियों व कर्मचारियों से इस समस्या को लेकर जब भी बात की जाती है तो एक ही जवाब मिलता है कि सरकार की ओर से बेंडबिथ कम कर दी गई है। घाटी में 4जी सुविधा भी नहीं दी जा रही है। मंगलवार सुबह से मोबाइल फोन सिग्नल गायब रहा। समाचार लिखे जाने तक लोग जरूरी कार्य को लेकर एक दूसरे से संपर्क साधने के लिए सिग्नल की तलाश में इधर-उधर भागते रहे। स्थानीय निवासी लक्ष्मी चंद, रोशन लाल, जन्म सिह, वीर सिंह, वीरेंद्र सिंह, जोग सिंह व राम सिंह ने कहा कि पांगी में मोबाइल फोन सिग्नल न होने से लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने घाटी में लंबे समय से चली आ रही इस समस्या को हल करने की मांग की है। उधर, बीएसएनएल के कनिष्ठ अभियंता सोनू ने कहा कि तकनीकी समस्या के कारण सिग्नल नहीं था। इस समस्या को जल्द ठीक कर दिया जाएगा ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।

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