खस्ताहाल सड़क, हर समय हादसे का डर
जरा सी भी सावधानी हटी तो मानों दुर्घटना घटी। यह स्थिति हो गई है जिला मुख्यालय चंबा को बालू से जोड़ने वाले पक्का-टाला मार्ग की।
संवाद सहयोगी, चंबा : जरा सी भी सावधानी हटी तो मानों दुर्घटना घटी। यह स्थिति हो गई है जिला मुख्यालय चंबा को बालू से जोड़ने वाले पक्का-टाला मार्ग की। गड्ढों में तब्दील मार्ग की हालत इतनी दयनीय हो गई है। दोपहिया वाहन चालकों सहित राहगीरों को भी हर समय अनहोनी का खतरा बना रहता है।
नगर परिषद चंबा चौगान वार्ड के खालिद मिर्जा ने जिला प्रशासन के साथ सरकार से मार्ग की हालत सुधारने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर दिन इस मार्ग से हजारों की संख्या में पैदल यात्री गुजरते हैं। इसके अलावा स्कूटर व बाइक सवार भी भारी संख्या में इसी रास्ते से होकर चंबा शहर से बालू, परेल, सरौल, भद्रम, राजपुरा, कियांणी, साहो, सिल्लाघ्राट सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए आते जाते रहते हैं। मार्ग की खस्ता हालत के साथ ऊपर से पहाड़ी की एक ढांक से इस मार्ग पर बारिश के दिनों में भारी मलबा और पत्थर गिरते रहते हैं।
दूसरी और पक्काटाला मोहल्ला की इसी ढांक के ऊपर बने रिहायशी मकानों के ढहने का भी खतरा बना हुआ है। पिछले वर्ष इसी ढांक से चट्टानों के गिरने से मार्ग लगभग 25 दिन तक अवरुद्ध रहा था। नगर परिषद की जनरल हाउस की बैठकों में इस ढांक पर कंकरीट स्प्रे या सुरक्षा दीवार व उक्त मार्ग पर तारकोल बिछाने का मुद्दा जोर शोर से उठा चुके हैं लेकिन हाउस में आज दिन तक लोगों की सुरक्षा के लिए कोई संजीदगी नहीं दिखाई है।
इस मार्ग से शहर के करीब छह वार्डो के नागरिकों का सीधा ताल्लुक है। चंबा शहर में जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तब रावी व साल नदियों के संगम पर स्थित श्मशानघाट के लिए शवयात्रा इसी खस्ताहाल सड़क से होकर गुजरती है लेकिन बारिश के दिनों में इस सड़क से होकर श्मशानघाट तक शव को पहुंचाना खतरे से कम नहीं है। दो दिन पहले मार्ग पर जा रहे एक युवक की मोटरसाइकिल खड्डे के कारण अनियंत्रित होकर किनारे पर टकरा गई, जिससे मोटरसाइकिल पर सवार एक वृद्ध महिला सहित चालक को चोटें आई हैं।