सत्य, अहिसा व प्रेम का संदेश दे रहे नितिन

विश्व शांति व मित्रता अभियान के तहत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्य अहिसा प्रेम व करुणा का संदेश दुनियाभर में फैलाने के उद्देश्य से 2016 से 46 देशों की पदयात्रा पर निकले पुणे निवासी नितिन श्रीरंग सोनावने भटियात पहुंचे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:29 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 08:48 PM (IST)
सत्य, अहिसा व प्रेम का संदेश दे रहे नितिन
सत्य, अहिसा व प्रेम का संदेश दे रहे नितिन

विशाल सेखड़ी, डलहौजी

विश्व शांति व मित्रता अभियान के तहत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सत्य, अहिसा, प्रेम व करुणा का संदेश दुनियाभर में फैलाने के उद्देश्य से 2016 से 46 देशों की पदयात्रा पर निकले पुणे निवासी नितिन श्रीरंग सोनावने भटियात पहुंचे हैं। शांति व सौहार्द का संदेश देते हुए भारत वापस पहुंचे नितिन ने मंगलवार को परछोड़ में आयोजित कोरोना वैक्सीनेशन शिविर में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज भी लगवाई। नितिन ने अपने यात्रा संस्मरण व यात्रा का उद्देश्य भी साझा किया। नितिन ने बताया कि वह इलेक्ट्रानिक्स व टेलीकम्युनिकेशन में स्नातक हैं और पुणे में एक कंपनी में नौकरी भी करते थे परंतु महात्मा बुद्ध के जीवन वह काफी प्रभावित हुए और जीवन का सार जानने की इच्छा उसके मन में उत्पन्न हुई। वर्ष 2015 में नितिन ने पुणे की गांधी फाउंडेशन के साथ एक स्वयंसेवी के तौर पर काम करना शुरू कर दिया।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन व उनके सिद्धांतों से प्रभावित होकर नितिन ने वर्ष 2016 में सत्य, अहिसा, प्रेम व करुणा का संदेश दुनियाभर में फैलाने का निर्णय लिया। वह 46 देशों की यात्रा पर निकल गए। नितिन ने बताया कि अब तक वह जापान, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका, अफगानिस्तान सहित 46 देशों की यात्रा कर चुके हैं।

भारत उनकी यात्रा का आखिरी पड़ाव है। नितिन ने बताया कि पांच साल से चल रही उनकी यह पदयात्रा दो अक्टूबर को राजघाट दिल्ली में पूर्ण होगी। नितिन ने कहा कि उन्हें हर देश में लोगों का मानवीय चेहरा दिखा। यात्रा के दौरान लोगों ने उसके खाने-पीने की व्यवस्था की जबकि रात होने पर वह लोगों के घरों के बाहर टेंट लगाकर विश्राम कर लेते थे।

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