नहीं मिली स्वास्थ्य सुविधाएं, देना होगा जवाब
उपमंडल सलूणी के तहत आने वाले विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की
विक्रांत ठाकुर, सलूणी
उपमंडल सलूणी के तहत आने वाले विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की कमी सहित अल्ट्रासाउंड व लैबोरेटरी टेस्ट की सुविधा लोगों को नसीब नहीं हो रही है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ रोष है।
नागरिक अस्पताल सलूणी में सबसे ज्यादा माह की 1500 से लेकर 1600 के बीच में ओपीडी रहती है, जबकि किहार नागरिक अस्पताल में 1300 से 1400 तक प्रतिमाह ओपीडी है। वहीं समूचे उपमंडल में केवल नागरिक अस्पताल सलूणी में सेवारत लैब तकनीशियन के कंधों पर टेस्ट सुविधा उपलब्ध करवाने का जिम्मा है। एक्सरे सुविधा भी समूचे उपमंडल में केवल नागरिक अस्पताल किहार में ही उपलब्ध है। उपमंडल की जनता को लैब टेस्ट, अल्ट्रासाउंड व एक्सरे के लिए चंबा, डलहौजी, कांगड़ा अथवा पठानकोट की ओर रुख करना पड़ता है। अल्ट्रासाउंड सुविधा उपमंडल के लोगों के लिए एक स्वप्न समान है। उपमंडल के 22 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में से नौ पर ताले लटके हुए हैं, जबकि कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक चिकित्सक के सहारे चल रहे हैं। ऐसे में चुनाव में सलूणी की उक्त पंचायतों में स्वास्थ्य सुविधाओं का मुद्दा गरमाने वाला है। स्टाफ की कमी व मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के बावजूद स्वास्थ्य विभाग उपमंडल के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए तो प्रयासरत है, परंतु मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं का दंश झेलने को उपमंडल की जनता मजबूर है। उपमंडल सलूणी के तहत आने वाले अधिकतर क्षेत्र दुर्गम हैं जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण काफी जरूरी है।
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उपमंडल में दो नागरिक अस्पताल
उपमंडल सलूणी में दो नागरिक अस्पताल सलूणी व किहार तथा नौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डंडी, सालवां, ब्रंगाल, सुंडला, वांगल, बग्गी-समांह, भुनाड़, डियूर व तुंगआला सहित 22 स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थित हैं।
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सात पीएचसी में महज एक चिकित्सक
उपमंडल सलूणी के तहत आने वाले नौ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से सात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डंडी, सालवां, वांगल, भुनाड़, ब्रंगाल, डियुर व तुंगआला महज एक चिकित्सक के सहारे चल रहे हैं, जबकि केवल दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों बग्गी-सालवां व सुंडला में दो चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं।
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सलूणी व किहार में स्टाफ नर्सो की कमी
नागरिक अस्पताल सलूणी व किहार में स्टाफ नर्सों की भी काफी कमी है। सलूणी में आठ पदों में से महज एक पुरुष नर्सिग ऑफिसर का पद भरा हुआ है, जबकि शेष सात वर्षों से रिक्त चल रहे हैं। वहीं नागरिक अस्पताल किहार में स्वीकृत आठ पदों में दो नियमित स्टाफ नर्सों के अलावा चार स्टाफ नर्सों के पद आउटसोर्स पर भरे हुए हैं। दो स्टाफ नर्सों के पद रिक्त चल रहे हैं।
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उपमंडल सलूणी के स्वास्थ्य संस्थानों में रिक्त चल रहे पदों संबंधी आला अधिकारियों को अवगत करवाया गया है, जबकि स्वास्थ्य उपकरणों की कमी का मामला भी विभागीय उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाया गया है। स्टाफ की कमी के बावजूद विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
-विवेक कुमार, खंड चिकित्सा अधिकारी सलूणी
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उपमंडल सलूणी के तहत आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की भारी कमी है, जिसके कारण इन केंद्रों में मरीजों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसलिए यहां पर स्टाफ की कमी को जल्द पूरा किया जाए।
-विनोद कुमार, स्थानीय निवासी।
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उपमंडल के तहत आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिलती है। यही कारण है कि मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कई किलोमीटर का सफर कर चंबा, पठानकोट या अन्य स्थानों पर जाना पड़ रहा है।
-रवि कुमार, स्थानीय निवासी
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नागरिक अस्पताल सलूणी व किहार में स्टाफ नर्सो की काफी कमी है। इसे पूरा करवाने के लिए अभी तक कोई खास प्रयास होते नहीं दिख रहे हैं, जिस कारण बेहतर सुविधाओं की कामना करना बेमानी है।
-राहुल ठाकुर, स्थानीय निवासी
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की कमी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। मरीजों को उपचार करवाने के लिए या तो किहार, सलूणी या फिर सुंडला व चंबा जाना पड़ रहा है। चिकित्सकों के खाली पदों को जल्द भरा जाए।
-परविदर चौहान, प्रधान शिव शक्ति युवक मंडल सलूणी
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भाजपा सरकार के कार्यकाल में लोगों को मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ रहा है। उपमंडल सलूणी में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की काफी कमी चल रही है, जिसे पूरा करने के लिए भाजपा सरकार द्वारा कोई भी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
-धर्म सिंह पठानिया, जिला महासचिव कांग्रेस कमेटी
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उपमंडल सलूणी में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ व सुविधाओं की कमी को पूरा करने के लिए सरकार से मांग की गई है। सरकार द्वारा कमियों को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
-डीएस ठाकुर, कार्यकारी जिलाध्यक्ष भाजपा