सेवानिवृत्ति के बाद भी जनसेवा का जज्बा
कोरोना संकट में लोगों की सुरक्षा के लिए हर कोई जनसेवा के लिए आग
सुरेश ठाकुर, चंबा
कोरोना संकट में लोगों की सुरक्षा के लिए हर कोई जनसेवा के लिए आगे आ रहा है। ऐसा ही जज्बा चंबा जिले की सेवानिवृत्त पांच महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों ने दिखाया है जोकि एक माह से कोरोना वैक्सीनेशन में मुफ्त सेवाएं दे रही हैं। इनके हौसले को हर कोई सलाम कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त पांच महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद सभी परिवार के साथ समय आराम से बिता रही थीं लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच जब वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ तो इन्होंने योगदान देने का निर्णय लिया।
चंबा जिले के विभिन्न स्वास्थ्य खंडों में सेवाएं देने के बाद चंचल भारद्वाज व रजनी बक्शी एक वर्ष पूर्व व कौशल्या बक्शी, योगमाया दो वर्ष पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय चंबा से सेवानिवृत्त हुई हैं, जबकि राजेंद्रा सूर्या दो वर्ष पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुखरी से सेवानिवृत्त हुई हैं।
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पांच महिला कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद भी मुफ्त सेवाएं दे रही हैं, जोकि काबिले तारीफ है।
-डा. कपिल शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चंबा
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स्वास्थ्य विभाग में 38 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है लेकिन कोरोना संकट में देश को हमारी जरूरत है, इसलिए कोरोना से मिलकर लड़ेंगे और हराएंगे। मैंने जब मुफ्त सेवाएं देने के बारे में स्वजन को बताया तो वे भी खुश हुए। पहले भी कोविड में ड्यूटी कर चुनौतियों को स्वीकार किया है। फिर कोरोना से जंग जारी है।
-कौशल्या बक्शी।
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मरीजों, गरीबों तथा जरूरतमंदों की मदद करके मुझे बड़ा सुकून मिलता है। सभी सामाजिक संस्थाओं की टीम से मैं आग्रह करती हूं कि देश सेवा में कुछ न कुछ अवश्य करें। हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे, तभी देश कोरोना से मुक्त होगा।
-योगमाया।
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विभिन्न स्वास्थ्य खंडों में सेवा देने के बाद एक साल पहले मैं सेवानिवृत्त हुई हूं। सेवानिवृत्ति के बाद समाजसेवा करने का निर्णय लिया था पर किसे पता था कि कोरोना से लोगों को बचाने में ही मुझे योगदान देना पड़ेगा। सेवानिवृत्ति के बाद भी मुफ्त सेवाएं देने से मुझे खुशी है।
-चंचल भारद्वाज।
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चंबा जिला में स्टाफ की कमी को देखते हुए मैंने कोरोना काल में सेवानिवृत्ति के बाद सेवा देना का निर्णय लिया है। जब तक संभव होगा, तब तक सेवाएं जारी रखी जाएंगी। मुझे परिवार का पूरा सहयोग मिल रहा है।
-रजनी बक्शी।
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समाजसेवा के भाव से ही मैंने स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दी हैं। सेवानिवृत्ति के बाद भी उसी भावना से कार्य कर रही हूं। अगर महामारी में मैं लोगों के काम आ रही हूं तो यह मेरे लिए गर्व की बात है। महामारी से लोगों की जान बचाने के लिए सभी आगे आएं।
-राजेंद्रा सूर्या।