खजियार की खूबसूरती के मुरीद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
संवाद सहयोगी चंबा चंबा की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहा
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां के बर्फ से लदे पहाड़, पहाड़ियों से झरनों के रूप में बहता पानी और ठंडी हवाएं हर किसी के दिल को छू जाती हैं। चंबा की प्राकृतिक खूबसूरती के केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल भी मुरीद हैं।
जब उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से वर्चुल संवाद किया तो चंबा के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती का जिक्र करना नहीं भूले। केंद्रीय मंत्री ने चंबा की महिला ऊषा से संवाद करते हुए मुफ्त राशन के लाभ को लेकर बातचीत करने से पहले पर्यटन नगरी खजियार व वहां बनी खूबसूरत झील का जिक्र किया। उन्होंने खजियार की खूबसूरती को सराहा और पूछा 'हमें कब सुंदर स्थल खजियार व वहां बनी झील को देखने के लिए बुलाएंगे'। इस पर महिला ने जवाब दिया 'सर आपका खजियार में मोस्ट वेलकम है'। उसके बाद राशन के लाभ व कोरोना टीकाकरण को लेकर भी महिला से बात कही।
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मिनी स्विटजरलैंड के नाम से प्रसिद्ध है खजियार
लार्ड डलहौजी की ओर से बसाए गए शहर डलहौजी के साथ लगते खूबसूरत व नैसर्गिक सुंदरता से हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करने वाले स्थल खजियार को मिनी स्विटजरलैंड के नाम से भी जाना जाता है। चारों ओर से हरे-भरे देवदार के पेड़ों से घिरे इस स्थल के मध्य में बने मैदान और उस पर लगी मखमली घास, मैदान के मध्य बनी झील लोगों का मन मोह लेती है। सुबह के समय उक्त स्थल पर चलने वाली ठंडी हवाओं के साथ जंगलों में पक्षियों की चहचहाट आने-जाने वालों को मंत्र मंत्रमुग्ध करती है।
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हर साल लाखों सैलानी पहुंचते हैं खजियार
हर साल खजियार में लाखों की तादाद में देश-विदेश के सैलानी इन नैसर्गिक वादियों को निहारने के लिए पहुंचते हैं। सैलानी खजियार सहित साथ लगते विभिन्न स्थलों पर प्रकृति की सुंदरता को नजदीक से निहारने के लिए पहुंचते हैं। सर्दी के दिनों में बर्फबारी देखने व इसका लुत्फ उठाने व गर्मी में ठंडक भरी खूबसूरत वादियों में सुकून भरे पल बिताने के लिए खजियार पहुंचते हैं।
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सरकार का आभार जताया
कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से उपलब्ध करवाए गए फ्री राशन को लेकर चंबा की महिला ईशा ने सरकार का आभार व्यक्त किया। ईशा ने कहा कि कोविड काल में सबकुछ ठप हो गया था। उनके पास कोई भी काम नहीं था। दिहाड़ी न लग पाने से उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो गया था। संकट के इस दौर में सरकार द्वारा दिए मुफ्त राशन से उन्हें काफी लाभ हुआ है। मंत्री ने उनसे कोविड टीकाकरण को लेकर भी पूछा। ईशा ने कहा कि उन्होंने कोविड की दोनों डोज लगवा ली हैं। अन्य लोग भी टीकाकरण के लिए आगे आएं ताकि संक्रमण को हराया जा सके।