भूस्खलन व डंगे गिरने से 45 सड़कें बंद

मानसून की बारिश चंबा जिला में कहर बरपाने लगी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 04:15 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 04:15 PM (IST)
भूस्खलन व डंगे गिरने से 45 सड़कें बंद
भूस्खलन व डंगे गिरने से 45 सड़कें बंद

संवाद सहयोगी, चंबा : मानसून की बारिश चंबा जिला में कहर बरपाने लगी हैं। नदी नाले उफान पर हैं। भूस्खलन व पहाड़ी दरकने का खतरा हर ओर बना हुआ है। कई स्थानों पर घरों में पानी भर गया। वहीं, कई घर खतरे की जद में हैं। कई क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हुआ है। चंबा जिला में शनिवार सुबह हुई भारी बारिश से कई जगह हुए भूस्खलन, पहाड़ी दरकने व डंगे गिरने से 45 सड़कें बंद हो गई।

चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग चनेड़ में भूस्खलन के कारण शनिवार सुबह करीब दो घंटे बाधित रहा। चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग धरवाला के निकट भूस्खलन व चट्टानें गिरने के कारण दोपहर करीब 12 बजे से पौने दो बजे तक बाधित रहा। मार्ग बंद होने के बाद एनएच प्राधिकरण की ओर से सड़क बहाली का कार्य शुरू कर दिया गया। इस कारण वाहन चालकों को अधिक देर तक इंतजार नहीं करना पड़ा। विभाग ने बारिश के बीच मशीनें लगाकर अधिकतर सड़कों को खोलने का प्रयास किया।

चंबा जिला के ऊंचाई वाले व अन्य क्षेत्रों में शुक्रवार को कुछ देर हल्की बारिश हुई। इससे छह संपर्क मार्गो सहित चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 15 मिनट के लिए बंद रहा। इस मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए जल्द बहाल कर दिया गया। लोक निर्माण विभाग को 4.90 करोड़ का नुकसान

बारिश के कारण लोक निर्माण विभाग को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। विभाग को एक दिन में ही चार करोड़ 90 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। खेतों में बिछी मक्की की फसल

भारी बारिश से चंबा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में मक्की की फसल को काफी नुकसान हुआ है। सलूणी, तीसा सहित अन्य क्षेत्रों में मक्की की फसल खेतों में बिछ गई है। ऐसे में अब न तो घास काम का बचेगा और न ही मक्की होगी। इससे किसान भी चिंता में डूब गए हैं। किसानों ने सरकार व प्रशासन से राहत राशि जारी करने की मांग की है।

-------------- बारिश के दौरान हुए भूस्खलन व पहाड़ी दरकने से चंबा जिला में 45 मार्ग बाधित हुए थे। सड़कों को खोलने का कार्य जारी है।

दिवाकर पठानिया, अधीक्षण अभियंता, लोक निर्माण विभाग, सर्किल डलहौजी।

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