दो वर्ष में 150 अग्निकांड, करोड़ों की संपत्ति राख

चंबा शहर में तंग गलियों में अग्निशमन विभाग की गाड़ी को पहुंचाना होता है मुश्किल होता है। ---------- 0

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 04:33 AM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 04:33 AM (IST)
दो वर्ष में 150 अग्निकांड, करोड़ों की संपत्ति राख
दो वर्ष में 150 अग्निकांड, करोड़ों की संपत्ति राख

चंबा शहर में तंग गलियों में अग्निशमन विभाग की गाड़ी को पहुंचाना होता है मुश्किल

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01 करोड़ 51 लाख 38 हजार की संपत्ति को पहुंचा नुकसान

14 करोड़ 13 लाख 500 रुपये की संपत्ति विभाग ने जलने से बचाई संवाद सहयोगी, चंबा : जिले में हर वर्ष अग्निकांड होने से करोड़ों की संपत्ति राख हो जाती है। पिछले दो वर्ष में करीब 150 अग्निकांड हो चुके हैं। इनमें करीब एक करोड़ 51 लाख 38 हजार की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। अग्निशमन विभाग की मुस्तैदी से करीब 14 करोड़ 13 लाख 500 रुपये की संपत्ति जलने से बचाई गई है। अधिकतर अग्निकांड शॉटसर्किट के कारण हुए हैं।

चंबा शहर में कुछ समय से बड़ा अग्निकांड नहीं हुआ है। यहां पर अधिकतर स्थानों अग्निशमन की बड़ी गाड़ी आसानी से पहुंच जाती है और कुछ स्थानों पर छोटी गाड़ी भी पहुंच जाती है। शहर के कई स्थान ऐसे भी हैं, जहां पर तंग गलियां हैं। इनमें अग्निकांड होने पर आग पर काबू पाना मुश्किल होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में अग्निकांड होने पर गाड़ी तो पहुंच जाती है लेकिन कई गांव ऐसे भी हैं जो अभी तक सड़क से नहीं जुड़े हैं। इन गांवों में आग लगने पर ग्रामीण बाल्टियों में पानी भरकर या अन्य तरीकों से आग पर काबू पाने का प्रयास करते हैं। इस कारण नुकसान की अधिक आशंका रहती है।

हाइड्रेंट किए जा रहे स्थापित

चंबा शहर में 98 पुराने व 13 नए हाइड्रेंट हैं। पुराने हाइड्रेंटों में अधिकतर बंद हैं, जबकि नए हाइड्रेंट में पानी की पूरी व्यवस्था है। इसके साथ ही नए हाइड्रेंट स्थापित करने के लिए विभाग की ओर से कार्य चल रहा है। इसके अलावा दशकों पुराने हाइड्रेंट को दुरुस्त करने के लिए भी कार्य किया जा रहा है। चंबा शहर के अधिकतर मोहल्लों में संकरी गलियां हैं। यदि किसी स्थान पर आग लग जाए तो इन गलियों से गाड़ी को घटनास्थल पर पहुंचाना होता है। ऐसे में हाइड्रेंट ही एकमात्र सहारा बचते हैं।

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चंबा के दायरे में आने वाले किसी भी स्थान पर आग लगने की सूचना मिलने पर विभाग के कर्मचारी गाड़ियों सहित घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि करोड़ों की संपत्ति बचाई गई है। चंबा शहर में हाइड्रेंट स्थापित करने का काम प्रशासन की सहायता से जारी है। यहां पर 13 नए हाइड्रेंट स्थापित किए जा चुके हैं।

-कुबज कुमार, अग्निशमन अधिकारी चंबा

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