पांगी में हिमपात से 12 ट्रांसफार्मर बंद, लोग सर्द रातें अंधेरे में काटने के लिए मजबूर

पांगी घाटी में मंगलवार को हुए हिमपात से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 11:45 PM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 11:45 PM (IST)
पांगी में हिमपात से 12 ट्रांसफार्मर बंद, लोग
सर्द रातें अंधेरे में काटने के लिए मजबूर
पांगी में हिमपात से 12 ट्रांसफार्मर बंद, लोग सर्द रातें अंधेरे में काटने के लिए मजबूर

संवाद सहयोगी, पांगी : पांगी घाटी में मंगलवार को हुए हिमपात से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। घाटी में हिमपात के कारण 12 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। इनमें से छह ट्रांसफार्मर विद्युत उपमंडल किलाड़ व छह ट्रांसफार्मर विद्युत उपमंडल साच के तहत बंद हुए हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों को सर्द रातें अंधेरे में काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

पांगी मुख्यालय किलाड़ में मंगलवार को करीब छह इंच और ऊंचाई वाले इलाकों में आठ से दस इंच हिमपात हुआ था। इससे घाटी का तापमान माइनस छह से सात डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि पेयजल स्रोत नहीं जम रहे हैं। यदि ठंड के कारण पेयजल स्रोत जम जाते तो लोगों को पेयजल के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती थी। स्थानीय निवासी सुरेश कुमार, राम कुमार, भाग सिंह, जोगिदर सिंह, जोती राम, आसाराम, अश्वनी कुमार, रजत कुमार, केवल कृष्ण, बुध देव, रंजीता, संगीता, ओम प्रकाश, बंसी लाल, विवेक कुमार, जन्म सिंह, कौशिल्या, कल्पना, मीना, राज कुमारी, लोभी राम, अमर चंद, जय राम व भूमि राम ने कहा कि घाटी में करीब 12 दिनों में दूसरी बार हिमपात हुआ है। जब भी हिमपात होता है तो घाटी में बिजली संकट पैदा हो जाता है। ताजा हिमपात ने भी बिजली बोर्ड की पोल खोल कर रख दी है।

बिजली बोर्ड ने लाखों रुपये मरम्मत के नाम पर खर्च किए हैं। इसके बावजूद हालात में कुछ खास सुधार नहीं हुआ है। पांगी में कुछ साल से बिजली की समस्या दूर करने के लिए लोग सरकार और बिजली बोर्ड से मांग कर रहे हैं लेकिन इस मामले में कोई भी सुनवाई होती नहीं दिख रही है। पिछले एक साल से तो हालात और भी खराब हो गए हैं। बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता दिसंबर 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे। उसके बाद यह पद खाली पड़ा है। प्रदेश का बिजली बोर्ड का पहला डिवीजन है जिसकी देखरेख सैकड़ों किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय चंबा के अधिशाषी अभियंता के पास है। ऐसे में बिजली व्यवस्था कैसे सही हो सकती है। यातायात व्यवस्था बहाल होने से मिली थोड़ी राहत

पांगी घाटी में बुधवार को मौसम साफ रहा। दिनभर धूप खिली रही। धूप खिलने व लोक निर्माण विभाग की ओर से किए गए प्रयासों के बाद घाटी में यातायात व्यवस्था लगभग बहाल हो गई है। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। बुधवार को विभिन्न मार्गो पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। इससे लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक वाहनों के माध्यम से पहुंच सके।

पांगी घाटी में बिजली आपूर्ति को अधिकतर स्थानों पर बहाल कर दिया गया है। करीब 12 ट्रांसफार्मर बंद हैं जिन्हें जल्द चालू करवाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पांगी में अधिशाषी अभियंता और अन्य खाली पदों के संबंध में बोर्ड के उच्च अधिकारियों के माध्यम से सरकार को जानकारी दी गई है। उच्च अधिकारियों व सरकार से खाली पड़े पदों को जल्द भरने की मांग की गई है।

-राजीव ठाकुर, अधीक्षण अभियंता, विद्युत बोर्ड।

chat bot
आपका साथी