कोटधार क्षेत्र में भूस्खलन से घरों व सड़कों को नुकसान
पिछले दिनों हुई भारी बारिश व भूस्खलन के कारण कोटधार क्षेत्र की ज
संवाद सहयोगी, बरठीं : पिछले दिनों हुई भारी बारिश व भूस्खलन के कारण कोटधार क्षेत्र की जेजवीं पंचायत के बल्ही-मरेटा गांव के बलीराम, भाग¨सह, चंद्रशेखर व शांति स्वरूप को उनके रिहायशी मकानों व मवेशीखानों की ¨चता सताने लगी है। गांव तक जाने वाली सड़क व जमीन के एक बहुत बडे़ हिस्से के क्षतिग्रस्त होने तथा भूस्खलन की चपेट में आ जाने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। पूर्व प्रधान गुरदेई के साथ बीडीसी सदस्य रीना कुमारी, कबीरपंथी सुधार सभा समिति बिलासपुर के प्रधान भाग ¨सह, बली राम, धनी राम, भाग ¨सह, शांति स्वरूप के साथ अन्य दर्जनों गांववासियों ने बताया कि उनकी करीब चार बीघा जमीन भूस्ख्लन की चपेट में आ चुकी है। सड़क के साथ उनके घरों को भी खतरा बन चुका है।
उन्होंने बताया कि दलित बस्ती के दर्जनों घरों को जोड़ने वाली इस सडक का निर्माण 2002 में हुआ था, जो भारी बारिश के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़क के करीब 200 मीटर क्षतिग्रस्त हिस्से ने गांव के संर्पक को तोड़कर रख दिया है।
लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर घरों तक पहुंचने के लिए मजबूर होना पड रहा है। अभी तक विभाग के द्वारा भी सड़क के रखरखाव के चलते कोई समुचित व कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। लोगों ने बताया कि वैसे भी उनके गांव को मिलने वाली विभिन्न मूलभूत स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ लोग पहले ही अन्य सुविधाओं से भी महरूम हैं। ऊपर से गांव को जोड़ने वाली एकमात्र सड़क खस्ताहाल है। भूस्खलन से घरों को बना खतरा लोगों के लिए भारी समस्या का सबब बन चुका है।
लोगों ने जिलाधीश बिलासपुर व सरकार से गुहार लगाई है कि उनके गांव में हुए नुकसान का जायजा लिया जाए और आकलन करके किसी विशेष राहत के तहत उन्हें राहत प्रदान की जाए। गांव को जोड़ने वाली सड़क की मरम्मत की जाए।