ट्रस्सल व लुहणू के निकट गोबिंदसागर झील के किनारे बनेंगे दो वाटर फ्रंट

बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:20 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:20 PM (IST)
ट्रस्सल व लुहणू के निकट गोबिंदसागर
झील के किनारे बनेंगे दो वाटर फ्रंट
ट्रस्सल व लुहणू के निकट गोबिंदसागर झील के किनारे बनेंगे दो वाटर फ्रंट

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिए हैं। पैराग्लाइडिग, वाटर स्पो‌र्ट्स के साथ अब पर्यटन की दृष्टि से भी क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है। इस कड़ी में जिला प्रशासन क्षेत्र की गोबिंदसागर झील के जरिये पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने की दिशा में काम कर रहा है। कुछ समय में जब फोरलेन का कार्य पूरा हो जाएगा, उससे पहले पहले बिलासपुर की तरफ ट्रस्सल व लुहणू के निकट झील के किनारों पर दो वाटर फ्रंट तैयार किए जाएंगे।

वाटर फ्रंट बोट संचालकों के लिए एक सुरक्षित स्थान होने के अलावा पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होंगे। पर्यटन की दृष्टि से वाटर फ्रंट की दोनों साइट को विकसित किया जाएगा। बिलासपुर के उपायुक्त पंकज राय ने इन दोनों साइट का दौरा किया है। जिला प्रशासन के अनुसार ऋषिकेश की तरफ जाने वाली बोट अभी तक या तो लुहणू के निकट खड़ी होती हैं या फिर आसपास के छोर पर नजर आती हैं। वहीं, कुछ दूरी पर आगे जाकर ट्रस्सल के निकट भी काफी आबादी है और लोगों का झील के आर-पार जाना-आना लगा रहता है। ऐसे में ट्रस्सल और लुहणू को स्थानीय लोगों की सुविधा के साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए चुना गया है।

झील की सैर करने के लिए होगा विशेष प्रबंध

वाटर फ्रंट बनने से झील की सैर करने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी। ये वाटर फ्रंट पर्यटन का एक ऐसा केंद्र बनेंगे जहां फोरलेन से गुजरने वाले सैलानी भी खिचे चले आएंगे। झील की सैर करने के लिए विशेष प्रबंध होगा। लोग ऋषिकेश की तरफ से बोट के जरिये बिलासपुर की तरफ आएंगे और यहां बने वाटर फ्रंट की सैर करने के अलावा आराम के साथ चाय, काफी की चुस्कियां भी ले सकेंगे।

गोबिंदसागर झील के किनारे दो स्थान चिह्नित किए गए हैं। इन दोनों स्थानों पर वाटर फ्रंट बनाने की योजना है। ये वाटर फ्रंट लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे और पर्यटकों के लिए अच्छी सैरगाह की तरफ विकसित किए जाएंगे। वाटर फ्रंट कैसे होंगे और किस स्तर के होंगे, इसके लिए योजना बनाई जा रही है। कुछ समय पहले झील के किनारों का दौरा किया है। दो स्थानों का चयन कर इसकी रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है।

-पंकज राय, उपायुक्त, बिलासपुर

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