महंगाई की मार : टमाटर हुआ लाल, शिमलामिर्च भी तीखी

संवाद सहयोगी घुमारवीं महंगाई ने पहले ही लोगों के बजट को खराब दिया है वहीं अब सब्जियों के दाम बढ़ने से परेशानी बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:25 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:25 PM (IST)
महंगाई की मार : टमाटर हुआ लाल, शिमलामिर्च भी तीखी
महंगाई की मार : टमाटर हुआ लाल, शिमलामिर्च भी तीखी

संवाद सहयोगी, घुमारवीं : महंगाई ने पहले ही लोगों के बजट को खराब दिया है वहीं अब सब्जियों के दाम ने भी रसोई का जायका बिगाड़ दिया है। सब्जियों के भाव भी आसमान पर चढ़ने के कारण अब लोगों के लिए दो जून की रोटी के साथ सब्जियों का स्वाद लेना भी भारी पड़ रहा है। हालात यह हैं कि सब्जी की दुकानों में पहुंचने के बाद लोग केवल यही सोचते हैं कि कौन सी सब्जी लेकर घर जाएं, क्योंकि किसी भी सब्जी के दाम 50 से 60 रुपये प्रतिकिलो से कम नहीं है। सब्जियों के भाव में महंगाई का ऐसा तड़का लगा है कि लोग मनचाही सब्जी का स्वाद लेने के लिए भी दो बार सोचने लगे हैं।

शहर में मटर के दाम 120 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं, वहीं टमाटर भी शतक लगा चुका है। शिमलामिर्च 80 पर बनी हुई है।

सब्जी खरीदने पहुंचे लोगों का कहना है कि भाव लगातार बढ़ रहे हैं और कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनका कहना है कि रसोई का बजट बिगड़ने में सब्जियों का सबसे महत्वपूर्ण रोल है। आज से कुछ माह पहले जब रेट कम थे तो चार सौ से पांच सौ रुपये तक एक सप्ताह की सब्जी खरीद लेते थे, लेकिन अब एक सप्ताह की सब्जी खरीदने के लिए जेब से आठ सौ से नौ सौ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

लोगों का कहना है कि सर्दियों के मौसम में सब्जी के दाम जमीन पर पहुंच जाते थे, लेकिन इस बार सर्दियों में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।

व्यापारियों का कहना है कि उन्हें मंडी से ही महंगी सब्जी मिल रही है, जिस कारण स्थानीय मंडियों में भी भाव बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि शादियों के सीजन के कारण भी दाम बढ़े हैं। सब्जी की मांग काफी ज्यादा अचानक से बढ़ने के कारण दाम में भी इजाफा हुआ है तथा डिमांड ज्यादा होने के कारण सप्लाई भी पूरी नहीं मिल पा रही है। इससे मांग और सप्लाई का अंतर बढ़ गया और दाम बढ़ गए। ऐसे में सब्जियों के दाम कम होने में थोड़ा समय लगेगा।

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