पौने दो करोड़ से बिलासपुर के चार स्कूलों की बदलेगी काया

जागरण संवाददाता बिलासपुर हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत जिला बिलासपुर के चार स्कूलों का चयन किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:17 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 05:17 PM (IST)
पौने दो करोड़ से बिलासपुर के चार स्कूलों की बदलेगी काया
पौने दो करोड़ से बिलासपुर के चार स्कूलों की बदलेगी काया

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत जिला बिलासपुर के चार विद्यालयों की तस्वीर जल्द बदलेगी। इन विद्यालयों पर आगामी एक वर्ष के अंदर एक करोड़ 76 लाख रुपयों का प्रावधान विकास कार्यो के लिए किया जाएगा। जिला बिलासपुर के चारों विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक स्कूल का चयन शिक्षा विभाग ने किया है।

ज्ञात हो कि योजना के तहत दूसरे चरण में चार स्कूलों का चयन किया गया है, जबकि पिछले वर्ष भी चार स्कूलों का इस योजना के तहत स्तर सुधारा गया है।

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिला बिलासपुर सदर क्षेत्र से इस वर्ष वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कंदरौर को शामिल किया गया है जबकि पिछले वर्ष सदर क्षेत्र से वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर को शामिल किया गया था। इसी तरह घुमारवीं क्षेत्र से वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हटवाड़ जबकि गत वर्ष यहां से वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छात्र विद्यालय घुमारवीं को लिया गया था। झंडूता क्षेत्र में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बरठीं जबकि पिछले वर्ष वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झंडूता को लिया था। श्रीनयना देवी क्षेत्र से इस वर्ष वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सोलधा को शामिल किया है जबकि विगत वर्ष यहां जगातखाना स्थित विद्यालय को शामिल किया गया था।

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छात्रों की संख्या पर किया चयन

इस योजना के तहत स्कूलों का चयन छात्रों की संख्या और अधोसरंचना के आधार पर किया जाता है। स्कूल के पास तीन से पांच सौ तक करीब छात्रों की संख्या होनी चाहिए। इसके अलावा स्कूल के पास पर्याप्त जमीन और सुविधाओं के लिए भवन व अन्य व्यवस्था होना अनिवार्य है। ऐसे स्कूलों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।

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हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत जिला में इस बार चार नए विद्यालयों को मंजूरी मिली है। इनमें प्रति स्कूल 44-44 लाख रुपये स्कूल का स्तर सुधारने पर खर्च किए जाएंगे। इन स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। अलग-अलग कलस्टर के तहत यह पैसा खर्च होगा, जिससे स्कूल की सुंदरता, मरम्मत, स्मार्ट क्लासरूम, गार्डन, प्ले ग्राउंड, आइसीटी लैब व अन्य का स्तर सुधारा जाएगा।

-राजकुमार शर्मा, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग बिलासपुर।

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