बस स्टैंड घुमारवीं के प्रवेशद्वार पर किए अतिक्रमण पर भड़के दुकानदार

संवाद सहयोगी घुमारवीं उपमंडल घुमारवीं के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग शिमला-मटौर पर स्थित बस स्टैंड के प्रवेशद्वार पर किए अतिक्रमण का विरोध हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 04:05 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 04:05 PM (IST)
बस स्टैंड घुमारवीं के प्रवेशद्वार पर किए अतिक्रमण पर भड़के दुकानदार
बस स्टैंड घुमारवीं के प्रवेशद्वार पर किए अतिक्रमण पर भड़के दुकानदार

संवाद सहयोगी, घुमारवीं : उपमंडल घुमारवीं के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग शिमला-मटौर पर स्थित बस स्टैंड घुमारवीं के प्रवेशद्वार पर कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण करने पर अन्य दुकानदारों द्वारा विरोध करने पर बवाल खड़ा हो गया। यह गहमागहमी कुछ ही देर में झगड़े में तबदील हो गई। बस स्टैंड के प्रवेशद्वार पर पूरा दिन बसों का आना-जाना लगा रहता है। बसों के आने तथा जाने का एक ही रास्ता होने के कारण अक्सर इस सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। सड़क के किनारे बनाई गई नालियों के ऊपर लोहे के एंगल लगाकर उसे फुटपाथ का रूप दिया गया है लेकिन कुछ दुकानदारों द्वारा उसके ऊपर अतिक्रमण कर दिए जाने का दूसरे दुकानदारों ने विरोध किया। विरोध करने वाले दुकानदारों का कहना है कि इस अतिक्रमण के कारण लोगों को आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बसों को पास देते समय कई बार बसों के दरवाजे खुले होने के कारण दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है। ऐसे में फुटपाथ पर किए इस अतिक्रमण को हटाने को लेकर हुई बहस एक झगड़े में बदल गई। इसके बाद बस स्टैंड के इंचार्ज को मौके पर बुलाया गया, लेकिन बात बनती न देखकर नगर परिषद के पार्षद कपिल शर्मा तथा नगर परिषद कर्मचारी सतपाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय दुकानदारों को इस अतिक्रमण को हटाने के लिए एक दिन का समय दिया तथा न हटाने पर दूसरे दिन नगर परिषद द्वारा खुद सारा अतिक्रमण हटाने का आदेश सुना दिया।

अतिक्रमण करने वाले इन दुकानदारों में एक रेस्टोरेंट मालिक भी शामिल था, जिस पर मौके पर पाया गया कि उसने अपने रेस्टोरेंट के किचन, बाथरूम का पानी सड़क के किनारे बनी इन खुली नालियों में डाला है। इससे नाली गंदे पानी से भरी पड़ी थी तथा इसे छिपाने के लिए उक्त दुकानदार ने इसे बोरियों से ढक दिया था। नगर परिषद द्वारा उक्त दुकानदार को भी इस दौरान मौके पर इन नालियों की सफाई करने तथा इन पाइपों को हटाने की सख्त हिदायत दी गई, जिसके बाद मामला शांत हुआ। ज्ञात हो कि ऐसी हिदायत नगर परिषद पहले भी इन दुकानदारों को कई बार दे चुका है, लेकिन कुछ हुआ नहीं।

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