निगम ने 70 रूट पर दी सेवाएं, 25 रूट पर चली निजी बसें
बिलासपुर जिला में बुधवार को सरकारी बसों के साथ निजी बसें भी चलीं।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : बिलासपुर जिला में बुधवार को सरकारी बसों के साथ निजी बसें भी चलीं। हालांकि हड़ताल पर जाने के बाद बुधवार को निजी बसों का पहला दिन था तो सड़कों पर गिनी चुनी बसें ही नजर आई। बिलासपुर जिला में केवल 25 प्रतिशत बसें ही सड़कों पर उतरीं जिनमें प्रत्येक रूट पर एक या दो बसें चलाई गई जबकि एचआरटीसी ने 50 रूट से बढ़ाकर 70 रूट पर बसें चलाई। हालांकि निजी बस आपरेटर अभी सवारियों की नब्ज टटोलने की बात कर रहे हैं, क्योंकि अभी तक बसों में भरपूर सवारियां नहीं हैं। बिलासपुर जिला में 50 प्रतिशत सवारियों के साथ बसें चलाने की अनुमति प्रदान की गई है। वहीं सोमवार को एचआरटीसी ने 50 रूट पर बस चलाई थीं लेकिन लोगों की मांग पर बस रूट और बढ़ा दिए गए। बुधवार को 70 रूट पर निगम की बसें चलीं।
सुरक्षा व इंतजाम : इस वैश्विक महामारी में चालकों व परिचालकों के लिए भी निगम ने खास इंतजाम किए हैं। बसों को रूट पर भेजने से पहले उन्हें सैनिटाइज किया जा रहा है और चालक व परिचालक को फेस शिल्ड, मास्क व सैनिटाइजर दिए गए हैं।
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जिला में 70 रूट चल रहे हैं। अभी कोई रूट बंद नहीं होगा। हालांकि सभी बसों को निर्धारित संख्या में सवारियां मिल रही हैं। चालकों व परिचालको को फेस शील्ड, मास्क व सैनिटाइजर दिए गए हैं। सामान्य हालात में बिलासपुर में कुल 82 रूटों पर बसें चलती थीं।
-किशोरी लाल, क्षेत्रीय प्रबंधक, एचआरटीसी बिलासपुर
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मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अभी 25 प्रतिशत रूट पर ही बसों को शुरू किया गया है। बसों में केवल 50 प्रतिशत सवारियां ही बैठाई जा रही हैं। सरकार को चाहिए कि वह निजी बस आपरेटरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाए।
-राजेश पटियाल, प्रधान, निजी बस आप्रेटर यूनियन बिलासपुर।