ज्योरीपतन-बनेर सड़क पर सफर हुआ जोखिम भरा
संवाद सहयोगी स्वारघाट पंचायत टाली-जगातखाना की ज्योरीपतन-बनेर संपर्क मार्ग पर स्थित नटनी की
संवाद सहयोगी, स्वारघाट : पंचायत टाली-जगातखाना की ज्योरीपतन-बनेर संपर्क मार्ग पर स्थित नटनी की ढांक में राहगीरों के लिए सफर जोखिम भरा हो चुका है। बरसात के दौरान पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण भारी मात्रा में मिट्टी, पत्थर व मलबा सड़क पर पहुंच जाता है। इस कारण मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। नटनी की ढांक बंद होने से टाली-जकातखाना व तनबौल पंचायत के सैकड़ों लोगों को आने जाने के लिए मीलों दूर पीछे हटकर दूसरे मार्ग से होकर जाना पड़ रहा है।
भूस्खलन के कारण उक्त स्थान पर सड़क पर चिकनी मिट्टी होने से छोटे बड़े वाहन भी आगे की तरफ नही जाने से ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। जब बारिश पड़ती है तो इस स्थान पर पैदल चलना भी लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। हालांकि लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त स्थान से मिट्टी को हटाया तो जाता है लेकिन इसका अभी तक कोई स्थायी हल निकलता नहीं दिखाई पड़ रहा है। जिस कारण दो ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों में इस समस्या के चलते भारी रोष व्याप्त है। सम्पर्क मार्ग पर परिवहन निगम द्वारा ज्योरीपतन - शिमला बस रूट भी चलता था लेकिन जो अब बंद पड़ा हुआ है। अब ये बस रूट ज्योरीपतन के नहीं जाकर केवल जामली तक ही चल रहा है। इस रूट पर एक निजी बस रूट भी चलता है लेकिन बरसात के दिनों में नटनी की ढांक के पास पहाड़ी से मिट्टी व पत्थर सड़क पर गिरने से ये बस रूट भी प्रभावित हो जाता है। जिसके चलते स्थानीय जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। लोगों की मांग पर समस्या के समाधान के लिए स्वाहण वार्ड के जिला परिषद सदस्य सरदार मान सिंह धीमान, कुटैहला व मंझेहड़ पंचायत के बीडीसी सदस्य रंगी राम ठाकुर, टाली-जकातखाना पंचायत की बीडीसी सदस्य बबली देवी, तनबौल पंचायत की बीडीसी सदस्य वीना देवी ने उक्त स्थल नटनी की ढांक पर जाकर जायजा लिया है। इन्होंने लोक निर्माण विभाग व हिमाचल सरकार से आग्रह किया है कि नटनी की ढांक पर लोगों को हर बरसात में आने वाली इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाए।