नगर परिषद कार्यालय से मात्र सौ मीटर दूरी पर कूड़े ढेर
संवाद सहयोगी घुमारवीं दीपक तले अंधेरा की कहावत नगर परिषद घुमारवीं पर पूरी तरह से सटीक बैठती है।
संवाद सहयोगी, घुमारवीं : दीपक तले अंधेरा की कहावत, नगर परिषद घुमारवीं पर पूरी तरह से सटीक बैठती है। लोगों के साथ बड़े-बड़े वादे कर कुर्सियों पर बैठे चुने हुए प्रतिनिधि पूरे शहर को कूड़ादान बनाने की ठान चुके हैं, क्योंकि यह लोग कूड़ा उठाने की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में असफल हो रहे हैं। अब शहर कूड़े के ढेर में तबदील होता हुआ नजर आ रहा है।
नगर परिषद से मात्र सौ मीटर की दूरी पर लगे कूड़े के ढेर बता रहे हैं कि शहर को डंपिग साइट बना दिया गया है। नगर परिषद ने कूड़ा न फेंकने को लेकर चेतावनी बोर्ड भी लगाया हुआ है तथा इस पर साफ लिखा है कि यहां पर कूड़ा फेंकने वाले को 25 हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा, लेकिन इसी बोर्ड के समीप बेहिसाब कूड़ा फेंका जा रहा है। यह रास्ता तहसील परिसर व एसडीएम दफ्तर के साथ-साथ घुमारवीं बस स्टैंड तथा पूरे शहर के लिए पैदल चलने वालों का एंट्री प्वाइंट है और यह कूड़े के ढेर दिन रात चलने वाले लोगों का मुंह चिढ़ाते नजर आते हैं।
सारा कूड़ा घुमारवीं शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली सीर गंगा के किनारे फेंका जा रहा है। जहां से घुमारवीं शहर के साथ-साथ कई गांव के लिए पेयजल स्कीमें बनी हुई हैं। यही गंदा पानी लोगों के घरों को सप्लाई किया जा रहा है तथा प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा है। पदाधिकारियों का हर बार वही रटारटाया जवाब होता है कि जल्द ही शहर में लगे इन कूड़े के ढेरों को साफ करवा दिया जाएगा।
शहर के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि नगर परिषद को इस तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए।
इस बारे में नगर परिषद अध्यक्ष रीता सहगल का कहना है कि शीघ्र ही इस कूड़े को उठा दिया जाएगा।