आधुनिक के साथ परंपरागत खेती करना न छोड़ें किसान

संवाद सहयोगी बरठीं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की बीज परियोजना के तहत कृषि विज्ञान केंद

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:24 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:24 PM (IST)
आधुनिक के साथ परंपरागत  खेती करना न छोड़ें किसान
आधुनिक के साथ परंपरागत खेती करना न छोड़ें किसान

संवाद सहयोगी, बरठीं : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की बीज परियोजना के तहत कृषि विज्ञान केंद्र बरठीं में माश दिवस व किसान प्रशिक्षण का आयोजन प्रभारी विज्ञानी डा. सुमन कुमार की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में विधायक जीतराम कटवाल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों ने अपने तैयार कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी लगाकर अपने उत्पादों की ओर आकर्षित किया। किसानों को बीज की किटें वितरित की गई।

डा. सुमन कुमार ने उपस्थित किसानों से आह्वान किया कि हमें आधुनिक खेती के साथ अपनी पुरानी कृषि की पद्धति को भी अपनाते रहना चाहिए। मुख्यातिथि जीतराम कटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान समान निधि योजना के तहत तीन किस्तों में वार्षिक छह हजार रुपये किसानों के बैंक खातों में डाली जा रहे है। कृषि विश्वविद्यालय के सौजन्य से जिला बिलासपुर में चार दालों चना, माश, मसर, कुल्थी की खेती की जा रही है।

उन्होंने बताया कि चना की 431 तथा माश की 400 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती की जा रही है। जिला के किसानों व बागवानों की आर्थिकी को संबल देने के लिए हिमाचल प्रदेश शिवा प्रोजेक्ट के तहत शिवा परियोजना के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में 11 हेक्टेयर भूमि पर 11 अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन स्थल स्थापित किए जा रहे हैं। युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से गेहड़वीं के बरसंड में इंडस्ट्रियल एरिया का शुभारंभ मुख्यमंत्री शीघ्र करेंगे। इस अवसर पर स्टार्ट अप योजना के तहत चयनित प्रगतिशील किसान अजय रत्न, भारत भूषण व जगदीश वर्मा व पूर्व पुलिस महानिदेशक आइडी भंडारी, प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य राकेश गौतम, जिला परिषद सदस्य शैलजा शर्मा, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष अमृत लाल, विभागाध्यक्ष बीज विज्ञान, मनोज लखा, आइटी प्रभारी दिनेश पराशर उपस्थित रहे।

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