आंबेडकर भवन तो बनाया, पर नहीं मिला लाभ

नगर परिषद घुमारवीं के वार्ड एक में लाखों रुपये से बनाया गया आंबेडकर भवन बदहाली पर आंसू बहा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 09:42 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 09:42 PM (IST)
आंबेडकर भवन तो बनाया, पर नहीं मिला लाभ
आंबेडकर भवन तो बनाया, पर नहीं मिला लाभ

संजीव शामा, घुमारवीं

नगर परिषद घुमारवीं के वार्ड एक में लाखों रुपये से बनाया गया आंबेडकर भवन बदहाली पर आंसू बहा रहा है। 12 वर्ष बाद भी घुमारवीं के लोगों को इसका लाभ नहीं मिला है। इसका कारण नगर परिषद घुमारवीं के कर्मचारियों की नाकामी माना जा रहा है।

आंबेडकर भवन का शिलान्यास वर्ष 2009 में तत्कालीन सांसद अनुराग ठाकुर ने किया था। उस समय सरकार ने भवन निर्माण के लिए करीब 10 लाख रुपये बजट का प्रावधान किया था, लेकिन इस राशि से ढांचा ही खड़ा हो पाया था। इसके बाद पांच लाख रुपये और बजट का प्रावधान किया गया और 2011 में कार्य पूरा होने पर उद्घाटन हुआ। भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने किया था। इसके बाद सरकार ने इसे नगर परिषद के सुपुर्द कर दिया। हैरानी की बात है कि 12 वर्ष में नगर परिषद भवन में एक कार्यक्रम भी नहीं करवा पाई। इस कारण भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है। आंबेडकर भवन की सुविधा न मिलने से लोगों को शादी व अन्य समारोहों के आयोजनों पर लाखों रुपये खर्च करने पड़ रहे है। दो बार लाखों रुपये भवन की मरम्मत पर खर्च किए गए हैं। अब भवन की खिड़कियां व दरवाजे जर्जर हो चुके हैं। शरारती तत्व पंखे व अन्य उपकरण चुराकर ले गए हैं। भवन के चारों ओर भांग के पौधे व झाड़ियां उग गई हैं। भवन का फर्श बारिश के पानी से तालाब की शक्ल ले चुका है।

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भवन का निर्माण 2009 में पूर्व भाजपा ने करवाया था, जो 2011 में पूरा हुआ। इसके बाद सत्ता परिवर्तन होने पर पांच साल तक कांग्रेस सरकार व स्थानीय विधायक ने इसकी सुध नहीं ली। दो साल पहले मैंने भवन के रखरखाव के लिए लोक निर्माण विभाग को दो लाख उपलब्ध करवाए थे। जल्द और राशि उपलब्ध करवाकर इसका जीर्णोद्धार किया जाएगा।

-राजेंद्र गर्ग, खाद्य आपूर्ति मंत्री

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आंबेडकर भवन का समय-समय पर रखरखाव किया जाता है। कुछ समय पहले भवन का निरीक्षण करने पर पाया था कि भवन का रंग रोगन किया गया था। जब तक भवन तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो जाता तब तक इसमें कोई भी समारोह करवाना मुश्किल है। लोग भी इसमें कार्यक्रम करवाने के इच्छुक नहीं हैं। कमेटी ने हाल ही में हुई बैठक में भवन के लिए सरकार से पैसा उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव रखा है।

-रीता सहगल, अध्यक्ष, नगर परिषद घुमारवीं

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आंबेडकर भवन की मरम्मत के लिए एस्टीमेट बनाने के लिए कहा गया था। लोक निर्माण विभाग को भवन की मरम्मत के लिए अभी तक राशि उपलब्ध नहीं हुई है।

-दीपक कपिल, अधिशाषी अभियंता, लोनिवि घुमारवीं

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आंबेडकर भवन को बने 12 वर्ष हो गए हैं, लेकिन आज तक इसमें एक भी कार्यक्रम नहीं हुआ है। नगर परिषद की नाकामी के कारण भवन खंडहर में तब्दील हो गया है।

-राजपाल

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काश! भवन का रखरखाव अच्छे तरीके से किया जाता और हर वर्ग को इसकी सुविधा मिलती, लेकिन मजबूरन लाखों रुपये खर्च कर होटल व मैरिज पैलेस में समारोह करने पड़ रहे हैं।

-कमल शर्मा

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लोगों के टैक्स के पैसे की बर्बादी करने के बाद भी उन्हें सुविधा से वंचित रखा जाता है। सरकार को पैसों की बर्बादी करने वालें लोगों से हिसाब लेना चाहिए।

-संजय कुमार

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इतना पैसा खर्च करने के बाद भी लोगों को सुविधा न दे पाना नगर परिषद की नाकामी को दर्शाता है। अगर सरकार प्रबुद्ध जनता की राय ले तो पैसों की बर्बादी नहीं होगी।

-दुर्गा दास

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