दो वर्ष में 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
संवाद सहयोगी दकड़ी चौक एचपी शिवा (हिमाचल प्रदेश उप-उष्णकटिबंधीय बागवानी सिंचाई पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, दकड़ी चौक : एचपी शिवा (हिमाचल प्रदेश उप-उष्णकटिबंधीय बागवानी, सिंचाई व मूल्य संवर्धन) एशियाई विकास बैंक की ओर से वित्त पोषित एक दिवसीय हितधारक परामर्श कार्यशाला शनिवार को घुमारवीं में लगाई गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिद्र गर्ग ने की। उन्होंने कहा कि यह योजना हिमाचल के निचले क्षेत्रों के लिए है, जिससे किसानों की तकदीर और तस्वीर बदल जाएगी। प्रथम चरण में हिमाचल प्रदेश के लिए एक हजार करोड़ रुपये का प्रविधान है। योजना के प्रथम चरण में 10 हजार हेक्टेयर भूमि क्षेत्र को चयनित कर कलस्टर स्तर पर पौधारोपण किया जा रहा है जिससे 25 हजार किसान व उनके परिवार लाभांवित होंगे। इस योजना के तहत प्रथम चरण में प्रदेश के सात जिलों के चार हजार हेक्टेयर भूमि क्षेत्र को चयन कर आगामी दो साल में 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। एचपी शिवा परियोजना के तहत प्रत्येक क्लस्टर स्तर पर बागवानों को एक सहकारी समिति के रूप में संगठित किया जा रहा है। यह समितियां अपने क्लस्टर तथा अन्य स्थानों से बागवानी उत्पादों जैसे अमरूद, अनार आदि का क्रय कर उसका प्रसंस्करण तथा विपणन कर व्यापारिक गतिविधियों का सामूहिक रूप से संचालन करेगी। यह समितियां विभिन्न कंपनियों तथा ई-नाम (वन नेशन वन मार्केट), एग्रीमार्केट, डिजिटल मंडी आदि से सीधा जुडाव कर अपने उत्पादों का विपणन करेंगी।
प्रथम चरण में मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगडा, सोलन, सिरमौर और ऊना के 28 विकास खंडों कार्यान्वित की जा रही हैं।
बागवानी विभाग के संयुक्त निदेशक डा. सुशील ने कहा कि कार्यशाला में जिला हमीरपुर और बिलासपुर के किसान और बागवान भाग ले रहे हैं। इस योजना में चार कलस्टर बिलासपुर में और दो कलस्टर हमीरपुर में प्रथम चरण में बनाए गए हैं।
इस मौके पर राजेश शर्मा, सुरेंद्र, राकेश, डा. देवेंद्र ठाकुर, राजीव ठाकुर, डा. कमल देव शर्मा, प्रो. प्रमुख नैरी, डा. माला शर्मा, डा. प्राची व एस वैद्य ने भाग लिया।