खेतों से मलबा हटाएगी कंपनी, टूटे रास्तों की भी होगी मरम्मत

नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के तहत राजपुरा व कोठीपुरा पंचायतों के लोगों ने जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में एम्स के निर्माण कार्य में लगी एनसीसी कंपनी के गेट पर समस्याओं को लेकर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:24 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:24 PM (IST)
खेतों से मलबा हटाएगी कंपनी, टूटे रास्तों की भी होगी मरम्मत
खेतों से मलबा हटाएगी कंपनी, टूटे रास्तों की भी होगी मरम्मत

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के तहत राजपुरा व कोठीपुरा पंचायतों के लोगों ने जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में एम्स के निर्माण कार्य में लगी एनसीसी कंपनी के गेट पर समस्याओं को लेकर धरना दिया। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण निर्माणाधीन एम्स संस्थान के नीचे राजपुरा एवं कोठीपुरा के लोगों की जमीन, घरों एवं पीने के पानी के स्रोतों में मलबा भर गया था। कई बार बताने के बावजूद भी एनसीसी कंपनी ने कोई कदम नहीं उठाया। धरने में कोठीपुरा पंचायत प्रधान पिकी देवी, राजपुरा पंचायत प्रधान हेमा देवी, राजपुरा पंचायत के उपप्रधान सतदेव शर्मा, कोठीपुरा पंचायत उपप्रधान जगदीश ठाकुर, राजपुरा पंचायत के पूर्व उपप्रधान बाबू राम व पूर्व उपप्रधान कुलदीप ठाकुर एवं समाजसेविका बिजली महंत शामिल रहे।

धरने की खबर मिलते ही नयनादेवी विधानसभा के पूर्व विधायक एवं प्रदेश भाजपा मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याओं का समर्थन करते हुए उनके साथ धरने पर बैठे। इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम सदर रामेश्वर दास एवं अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जनप्रतिनिधियों और एम्स निर्माण कार्य में लगी कंपनी के अधिकारियों के बीच वार्ता करवाकर पूर्व विधायक रणधीर शर्मा की उपस्थिति में लिखित समझौता करवाया। तय किया गया कि बरसात से टूटे हुए रास्तों, सड़कों की मरम्मत तथा नालों, खेतों व पीने के पानी के स्रोतों से मलबा कंपनी हटाएगी। इस काम को दो दिन में किया जाएगा। मलबा पानी के साथ न बहे इसके लिए सुरक्षा दीवारों का निर्माण भी किया जाएगा। इस काम को 15 दिन के अंदर पूरा किया जाएगा। समझौते में तय हुआ कि कंपनी में कार्यरत मजदूरों के लिए 50 और शौचालय स्थायी रूप से एक सप्ताह के अंदर स्थापित किए जाएंगे ताकि कोई भी मजदूर खुले में शौच न जाए। समझौते में नालों का चैनलाइजेशन कर समस्या का स्थासी हल करने का भी निर्णय लिया गया। जिन किसानों के खेतों में मलबा गिरने से फसलें खराब हुई हैं उनके मुआवजे की मांग को भी कंपनी ने स्वीकार किया है। लिखित समझौता होने पर पूर्व विधायक रणधीर शर्मा के आग्रह पर ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया।

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किसानों की कई बीघा जमीन बर्बाद हो गई : रामलाल

विधायक रामलाल ठाकुर ने इस समझौते से पहले पत्रकारवार्ता कर कहा कि एम्स निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। कंपनी अवैज्ञानिक तरीके से कटिग और डंप कर रही है । मलबे और सामग्री को कहां गिराया जाना है, इसकी उनके पास कोई योजना नहीं है । अब बरसात में सारा मलबा लोगों के खेतों में पहुंच गया है जिससे यहां एक किसान की सात बीघा जमीन चली गई, एक का ग्रीन हाउस जिसमें टमाटर लगाया हुआ था, वहीं कुछ किसानों के धान बर्बाद हो गए हैं । विधायक ने बताया कि स्थानीय लोग अपनी समस्या बताते हुए रो पड़ते हैं, लेकिन उन आंसुओं की अहमियत प्रशासन नहीं समझ रहा।

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