युवाओं की टीम बचा रही पर्यावरण, जापानी तकनीक से लगाएंगे मिनी फारेस्ट
साढौरा की उज्ज्वल भविष्य सामाजिक संस्था के पदाधिकारी समाज सेवा में जुटे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : साढौरा की उज्ज्वल भविष्य सामाजिक संस्था के पदाधिकारी समाज सेवा के साथ-साथ पर्यावरण बचाने की दिशा में भी छह साल से काम कर रहे हैं। हर साल खाली जमीन पर पौधरोपण कर रहे हैं। साढौरा के खेल स्टेडियम के अलावा आसपास की खाली जमीन पर करीब छह हजार पौधे अभी तक लगा चुके हैं। कई पौधे तो अब बड़े भी हो चुके हैं, जिन पर पक्षियों ने अपना बसेरा बनाया हुआ है। मानसून सीजन शुरू होते ही एक बार फिर से पौधे लगाने का अभियान शुरू हो जाएगा।
भविष्य में लोगों को आक्सीजन संकट से न जूझना पड़े इसके लिए संस्था के पदाधिकारियों ने मिनी फारेस्ट बनाने की योजना बनाई है। यह मिनी फारेस्ट दो से ढाई एकड़ में होगा। इसे तैयार करने में पूरी तरह से जापानी तकनीक का सहारा लिया जाएगा। इसमें केवल एक या दो किस्म के पौधे नहीं होंगे। इसमें आंवला, परिजात, बेहड़ के साथ-साथ औषधीय व फलदार पौधे भी लगेंगे। औषधीय पौधों से जहां वातावरण शुद्ध होगा वहीं फलदार पौधों से पक्षियों को भोजन व बसेरा मिलेगा। यह मिनी फारेस्ट भले ही ढाई एकड़ में होगा लेकिन इसका विस्तार करने का काम पक्षी करेंगे। दरअसल पक्षी पौधों से जो फल साथ ले जाएंगे उनके बीज जमीन पर गिर जाते हैं। यह बीज जहां गिरेगा वहीं पर पौधा अपने आप उग जाएगा। मिनी फारेस्ट लगाने में रोटरी क्लब भी अपना सहयोग करेगा। इस पर रिसर्च चल रही है। साल के अखिर तक इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है। पौधे लगाने के लिए साढौरा के आसपास पंचायतों से जमीन को लीज पर लेने की बात चल रही है। फिलहाल जमीन का चयन होना बाकी है। सालगिरह व जन्मदिन पर भी लगवा रहे पौधे
उज्ज्वल भविष्य संस्था के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि वैसे तो सालभर संस्था का पौधरोपण अभियान चलता रहा है। इसके अलावा कस्बा के जिन लोगों की शादी की सालगिरह या बच्चों व बड़ों के जन्मदिन होते हैं उस अवसर पर भी उनसे पौधे लगवाए जा रहे हैं। यह लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने तथा जोड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। इस दौरान पौधा लगाते समय उन्हें बताया जाता है कि यह उनके प्रेम व बच्चे की निशानी है। इसलिए वह ताउम्र इन पौधों की सेवा करें। इन्हें समय-समय पर पानी व खाद देते रहें। जब वह पौधा बड़ा होकर पेड़ बन जाएगा तो दूसरों को छाया व फल देगा। जो व्यक्ति उनसे फल व गर्मी में छाया लेगा वह उन्हें अपना आशीर्वाद देगा। इसका असर यह हुआ कि लोग अब खुद ही संस्था से संपर्क करके जन्मदिन व सालगिरह पर पौधे लगाने को कहते हैं। संस्था से जुड़े हैं 25 सदस्य
राकेश शर्मा ने बताया कि उज्ज्वल भविष्य संस्था के महिलाओं समेत 25 सदस्य हैं। संस्था की शुरुआत युवाओं की करियर काउंसलिग करने तथा अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए की गई थी। संस्था से जुड़े आकाश गर्ग, कनिष्क शर्मा, अभय ओबराय, दिवेश कालड़ा, शिवनारायण, नंदिनी, सुष्मिता व दीक्षा समेत अन्य इसमें अपना विशेष योगदान दे रहे हैं। इसके अलावा लोगों को स्वच्छता अपनाने के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। उनका कहना है कि यदि सभी लोग अपने नाम का एक-एक पौधा भी लगाएं तो धरती पर बहुत पेड़ हो जाएंगे