रोजगार के लिए नहीं पहुंचे युवा, अंत्योदय मेले में उम्र दराज मांग रहे पक्का घर

कम आय वाले लोगों की आय को दोगुणा कैसे किया जाए इसके लिए प्रशासन की तरफ से ब्लाक स्तर पर मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत दो दिवसीय मेले लगाने की शुरुआत की गई है। इसकी शुरुआत सोमवार को बिलासपुर ब्लाक से की गई। मेले में पहले उन लोगों को बुलाया गया है जिनकी वार्षिक आय 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये है। परंतु पहले दिन युवा वर्ग ने दूरी बनाकर रखे। सभी उम्र दराज लोग ही पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:41 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:41 PM (IST)
रोजगार के लिए नहीं पहुंचे युवा, अंत्योदय मेले में उम्र दराज मांग रहे पक्का घर
रोजगार के लिए नहीं पहुंचे युवा, अंत्योदय मेले में उम्र दराज मांग रहे पक्का घर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कम आय वाले लोगों की आय को दोगुणा कैसे किया जाए इसके लिए प्रशासन की तरफ से ब्लाक स्तर पर मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत दो दिवसीय मेले लगाने की शुरुआत की गई है। इसकी शुरुआत सोमवार को बिलासपुर ब्लाक से की गई। मेले में पहले उन लोगों को बुलाया गया है जिनकी वार्षिक आय 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये है। परंतु पहले दिन युवा वर्ग ने दूरी बनाकर रखे। सभी उम्र दराज लोग ही पहुंच रहे हैं। इनमें भी आधे ऐसे हैं जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। यह लोग भी रोजगार की बजाय अपने पक्के घर व प्लाटों के लिए पहुंच रहे हैं। लोगों को नहीं समझा सके मेले का महत्व :

दरअसल प्रशासन लोगों को समझा नहीं पाया कि अंत्योदय मेला क्यों लगाया जा रहा है। प्रशासन ने अधिकारियों व गांवों के सरपंचों के माध्यम से लोगों तक केवल यह मैसेज दिया कि उन्हें बीडीपीओ कार्यालय में आना है। अफसरों ने भी ऐसे परवारिों का सर्वे किया था। बकायद सभी से लिखवा कर लिया गया था कि वह अंत्योदय में आएंगे। वहां पर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। जब कर्मचारी मेले में आए लोगों की काउंसलिग करते हैं तो उनसे पूछते हैं कि आपको किसी चीज की जरूरत है। ऐसे में लोग टका सा जवाब देते हैं कि उन्हें पक्का मकान चाहिए और उनका बीपीएल राशन कार्ड भी नहीं बना है। जबकि सरकार का मकसद है कि अधिक से अधिक लोग स्वरोजगार को अपना कर अपनी आय में वृद्धि करें। उम्र दराज लोगों के लिए नहीं कोई योजना:

अंत्योदय मेले में जो उम्र दराज लोग पहुंच रहे हैं उनके लिए प्रशासन व सरकार के पास कोई योजना नहीं है। उन्हें किसी सरकारी योजना का लाभ भी नहीं दिया जा सकता। क्योंकि सरकारी योजनाओं का फायदा लेने के लिए सरकार ने उम्र निर्धारित कर रखी है। परंतु युवा ही ऐसे कार्यक्रमों से मुंह मोड़ रहे हैं। सोमवार व मंगलवार को जो लोग बीडीपीओ कार्यालय में पहुंचे तो उनमें से काफी तो यह पूछ रहे थे कि अंत्योदय क्या होता है। कर्मचारी भी इसका जवाब नहीं दे पा रहे थे। ऐसे में जब तक आम आदमी को योजना के बारे में ही स्पष्ट नहीं होगा तो वह कैसे इसका लाभ उठाएंगे। फोटो : 5,

घर की छत कच्ची है : छत्रकली

गांव तुंबी की 80 वर्षीय छत्रकली ने मेले में आकर बताया कि उसके घर की पक्की छत है। छत गिरने को है। इसलिए उसे लेंटर डालने के लिए सरकार पैसा थे। उसकी बातों का किसी के पास कोई जवाब नहीं था। फोटो: 6

पक्का मकान बनाकर दें : इसरो देवी

गांव काठगढ़ से पहुंची 80 वर्षीय इसरो देवी ने बताया कि गांव में कई लोगों को पक्के मकान बनाकर दिए हैं। लेकिन उन्हें नहीं मिला। इसलिए सरकार उन्हें भी पक्का मकान बनाकर दे। फोटो : 7

कार्यालय में बुलाया था इसलिए आई : सोना देवी

अंत्योदय मेले में पहुंची गांव तुंबी की 70 वर्षीय सोना देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले अफसर उसके घर पर आए थे। उसका नाम पूछा था। यह भी पूछा था कि उसके परिवार के सदस्य करते हैं। उसे बस इतना कहा गया था कि मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय में आ जाना। इसलिए वह यहां आई है।

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