चूल्हा चौका छोड़ इंटरनेट की बारीकियां सीख रहीं महिलाएं

चूल्हा चौका छोड़ कर खेड़ी दाबदलान गांव की 20 महिलाएं इंटरनेट के गुर सीख रही हैं। ताकि वे आने वाले दिनों में ऑन लाइन शॉ¨पग, नेट बैं¨कग, बिजली के बिल व अन्य कामों को ऑन लाइन निपटारा सकें। गांव में डीएवी ग‌र्ल्स कॉलेज द्वारा महिलाओं के लिए निश्शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जिसमें उन्हें कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज देने के साथ-साथ हाईटैक बनाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 05:28 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 10:54 PM (IST)
चूल्हा चौका छोड़ इंटरनेट की बारीकियां सीख रहीं महिलाएं
चूल्हा चौका छोड़ इंटरनेट की बारीकियां सीख रहीं महिलाएं

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : चूल्हा चौका छोड़ कर खेड़ी दाबदलान गांव की 20 महिलाएं इंटरनेट के गुर सीख रही हैं। ताकि वे आने वाले दिनों में ऑन लाइन शॉ¨पग, नेट बैं¨कग, बिजली के बिल व अन्य कामों को ऑन लाइन निपटारा सकें। गांव में डीएवी ग‌र्ल्स कॉलेज द्वारा महिलाओं के लिए निश्शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जिसमें उन्हें कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज देने के साथ-साथ हाईटैक बनाया जा रहा है। डीएवी कॉलेज की कार्यवाहक ¨प्रसिपल डॉ. विभा गुप्ता का कहना है कि ग्रामीण महिलाएं कंप्यूटर सीखकर नए जमाने के साथ कदमताल कर सकें, इसलिए उन्हें नॉलेज प्रदान की जा रही हैं। कंप्यूटर साइंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर संजय भारद्वाज का कहना है कि वर्कशाप का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को हाईटैक बनाकर नए जमाने के साथ जोड़ना है।

संजय भारद्वाज ने बताया कि महिलाओं को कॉलेज की कंप्यूटर मोबाइल वैन के जरिए नॉलेज प्रदान की जा रही है। अभी तक उन्हें एमएस वर्ड, इंटरनेट के जरिए ई-मेल अकाउंट बनाकर उसे ऑपरेट करना, फेसबुक अकाउंट बनाकर उसका प्रयोग करना, बै¨कग एप्लीकेशन (बिल भुगतान संबंधी जानकारी), पेटीएम का उपयोग सहित अन्य जानकारी मुहैया करवाई गई है। वहीं उन्हें ऑन लाइन शॉ¨पग, नेट बैं¨कग, ऑन लाइन पेमेंट, यू-ट्यूब, सर्चिंग के इस्तेमाल के बारे में भी बताया गया। महिलाओं का कहना है कि अब उन्हें खरीददारी के लिए लोकल बसों में धक्के खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऑन लाइन शॉ¨पग के जरिए जहां वे मनचाही चीज खरीद सकती हैं, वहीं घर बैठे इंटरनेट के जरिए अपने बिजली व अन्य बिलों का भुगतान भी कर सकेंगी। ई-मेल व फेसबुक अकाउंट के जरिए अपने रिश्तेदारों व परिजनों को संदेश, ग्री¨टग कार्ड भेज सकेंगी। वर्कशाप में विभाग की प्राध्यापिका रूबी, मनिका व ममता तथा सुषमा शर्मा द्वारा महिलाओं को उपरोक्त नॉलेज प्रदान की जा रही है।

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