कनक हुआ सुनहरा, कटाई के लिए लेबर पर पुलिस का पहरा
गेहूं की फसल का रंग दिन-प्रतिदिन सुनहरा हो रहा है। देखकर किसान चितित है। चिता तैयार फसल को समेटने की है। जिले में 90 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल लहलहा रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गेहूं की फसल का रंग दिन-प्रतिदिन सुनहरा हो रहा है। देखकर किसान चितित है। चिता तैयार फसल को समेटने की है। जिले में 90 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल लहलहा रही है। कुल रकबे का करीब 80 प्रतिशत एरिया अगेती फसल है। मौसम यदि साफ रहता है तो अगले सप्ताह कटाई शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। किसानों का कहना है लॉकडान की स्थिति में फसल को समेटना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान बाहर से आने वाली लेबर नहीं पहुंच पाएगी। इसको लेकर उनको चिता सता रही है। जिले के उत्तरप्रदेश, बिहार व पश्चिमी बंगाल के लेबर कटाई के काम के लिए आती है।
रादौर क्षेत्र के किसान राम किशन, जयराम व रमेश कुमार का कहना है कि फसल लॉकडाउन की अवधि पूरा होने का इंतजार नहीं करती। अपने समय पर पककर तैयार हो जाएगी। पहले ही लेबर की समस्या विकट है। लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों से आने वाली लेबर भी नहीं पहुंच सकेगी। दूसरा, कंबाइन मशीनों के ड्राइव व फोरमैन अधिकतर पंजाब राज्य के हैं। वे हरियाणा में अभी तक नहीं आ पाए हैं। न ही अभी आने की संभावना है। उनके बिना खेतों में कंबाइन भी कैसे चलेगी। तीसरा, गत दिनों हुई बारिश व तेज हवाओं के कारण फसल गिर गई है। ऐसी फसल की मशीन से भी कटाई करना मुश्किल हो जाएगा। किसान का कार्य मनरेगा में किया जाए शामिल :
भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री रामबीर चौहान का कहना है कि सरकार को मनरेगा स्कीम में किसान का कार्य भी शामिल करना चाहिए। मजदूरी के आधे पैसे सरकार व आधे किसान से लिए जाए। यह योजना शुरू होने किसानों की दिक्कत कम हो जाएगी। इससे मनरेगा के तहत मजदूरों को काम मिलेगा और सरकार पर राजस्व का भार भी नहीं पड़ेगा।