कांजनू में मीट पैकिग फैक्ट्री की निर्माणाधीन जगह पर रोजाना सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे ग्रामीण
गांव कांजनू में मीट पैकिग फैक्ट्री का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने अब निर्माणाधीन जगह पर प्रतिदिन सांकेतिक प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत सोमवार को भी ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता संस्कृति बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश कांजनू ने की।
संवाद सहयोगी, रादौर : गांव कांजनू में मीट पैकिग फैक्ट्री का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने अब निर्माणाधीन जगह पर प्रतिदिन सांकेतिक प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत सोमवार को भी ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता संस्कृति बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश कांजनू ने की। उन्होंने प्रशासन व फैक्ट्री संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं है। अगर जल्द ही इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो ग्रामीण एक बार फिर से समिति की बैठक बुलाकर इसके खिलाफ कड़ा निर्णय लेने को मजबूर होंगे। जयप्रकाश कांजनू ने कहा कि प्रशासन के अधिकारी व संचालक फैक्ट्री के फायदे गिनवा कर भ्रमित करना चाहते हैं। जबकि उन्हें अपनी धार्मिक आस्था से समझौता करना मंजूर नहीं है। अभी यहां बर्ड लाइसेंस की बात कहकर ग्रामीणों को संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि इसके बाद संचालक अपने फायदे के लिए यहां पशु कटाई का लाइसेंस भी ले आएं। जो क्षेत्र के लोगों के लिए नासुर बन जाएगा और उनकी धार्मिक आस्था पर कड़ा प्रहार होगा। जब गांव के नजदीक डिच ड्रेन लगी थी तब भी ऐसा ही हुआ था। उन्हें कहा गया था कि इसका फायदा ग्रामीणों को मिलेगा, लेकिन अब ग्रामीण इससे परेशान है। यह प्रोसेसिग यूनिट नहीं बल्कि बूचड़खाना है। जिससे धार्मिक भावनाएं भी आहत होगी और पर्यावरण का नुकसान भी होगा। गांवों में बीमारियां फैलना भी तय है, लेकिन सरकार व प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। इस मौके पर शिवकुमार, सचिन कांजनू, पवन कुमार, सुखबीर, अशोक कुमार, जोगिद्र, विनोद, बीरसिंह, अमित, रामेश्वर, रिकू भी मौजूद रहे।