मीट फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन जारी, 27 के बाद तेज करने की तैयारी

गांव कांजनू में मीट पैकिग फैक्ट्री का विरोध कर रहे ग्रामीणों का प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। ग्रामीणों ने करीब एक घंटा हाथों में बैनर लेकर फैक्ट्री के लिए प्रस्तावित जगह पर रोष प्रदर्शन किया। अब ग्रामीण हर दिन अलग-अलग तरीके से रोष व्यक्त करेंगे। बुधवार को ग्रामीणों ने पूजा अर्चना के साथ विरोध दर्ज करवाने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 05:34 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 05:34 PM (IST)
मीट फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन जारी, 27 के बाद तेज करने की तैयारी
मीट फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीणों का आंदोलन जारी, 27 के बाद तेज करने की तैयारी

संवाद सहयोगी, रादौर : गांव कांजनू में मीट पैकिग फैक्ट्री का विरोध कर रहे ग्रामीणों का प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। ग्रामीणों ने करीब एक घंटा हाथों में बैनर लेकर फैक्ट्री के लिए प्रस्तावित जगह पर रोष प्रदर्शन किया। अब ग्रामीण हर दिन अलग-अलग तरीके से रोष व्यक्त करेंगे। बुधवार को ग्रामीणों ने पूजा अर्चना के साथ विरोध दर्ज करवाने का निर्णय लिया है। वहीं, प्रशासन की ओर से मामले में हस्तक्षेप न किए जाने से भी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अगर 27 नवंबर तक प्रशासन ने इस मामले में कोई सकारात्मक रूख नहीं दिखाया तो ग्रामीण अपने आंदोलन को और अधिक तेज देंगे।

संस्कृति बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश कांजनू ने कहा कि उनकी महापंचायत को चार दिन हो चुके हैं। प्रशासन को सात दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। उससे पहले भी ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारियों से इस मुद्दे पर बातचीत कर चुके है। लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है। ग्रामीण धर्म बचाओ संस्कृति बचाओ की नीति पर चल रहे है और इस नीति से हटकर उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को फैक्ट्री संचालक के पास केवल बर्ड लाइसेंस होने की बात कहकर संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह प्रोसेसिग यूनिट नहीं बल्कि बूचड़खाना है। जिससे धार्मिक भावना भी आहत होंगी। पर्यावरण का नुकसान भी होगा। गांवों में बीमारियां फैलना भी तय है। लेकिन सरकार व प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीण ऐसा नहीं होने देंगे। फैक्ट्री संचालक ग्रामीणों पर दबाव डालने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन वह दबाव में नहीं आएंगे।

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