दो अवैध कॉलोनियों से 15 दुकानें तोड़ीं

महलांवाली गांव में दो अवैध कालोनियों में किए गए निर्माण को जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) की टीम ने जेसीबी से तुड़वा दिया। इस कार्रवाई का निर्माण करने वालों ने विरोध भी किया परंतु पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:33 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:33 AM (IST)
दो अवैध कॉलोनियों से 15 दुकानें तोड़ीं
दो अवैध कॉलोनियों से 15 दुकानें तोड़ीं

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : महलांवाली गांव में दो अवैध कालोनियों में किए गए निर्माण को जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) की टीम ने जेसीबी से तुड़वा दिया। इस कार्रवाई का निर्माण करने वालों ने विरोध भी किया परंतु पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। डीटीपी ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में वहां दोबारा निर्माण करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

डीटीपी अमित मधोलिया ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि महलांवाली गांव में दो अवैध कालोनियां काटी गई हैं। जिनमें लोगों ने अवैध निर्माण कर लिए हैं। इस संबंध में कालोनी काटने वालों को नोटिस भी जारी किया गया परंतु वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। इसलिए मंगलवार को कार्रवाई करते हुए डेढ़ व ढाई एकड़ में बनी दोनों अवैध कालोनियों से आठ नींव व दो चारदीवारी, 15 दुकानों को तोड़ दिया गया। इस कार्रवाई के लिए प्रशासन की तरफ से सहायक कृषि इंजीनियर विनित जैन को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। थाना सदर जगाधरी एसएचओ ने सुरक्षा मुहैया कराई। मौके पर एटीपी दिनेश सिंह व जेई रविद्र मौजूद रहे।

गुमथला घाट की नीलामी में पहुंचे ठेकेदारों ने कम रेट बता नहीं लगाई बोली

संवाद सहयोगी, रादौर : बीडीपीओ कार्यालय में गुमथला के आवाजाही घाट को आगामी एक वर्ष के लिए ठेके पर देने के लिए बोली रखी गई थी। लेकिन किसी भी ठेकेदार के बोली नहीं दी। जिसके चलते बोली रद करनी पड़ी। वहीं अगली बोली कब होगी इसको लेकर अभी कोई समय निश्चित नहीं किया गया है। बीडीपीओ कंवरभान नरवाल ने बताया कि पांच ठेकेदार बोली देने के लिए आए थे। लेकिन उन्होंने वाहनों के रेट दर कम होने के कारण बोली देने से मना कर दिया। ठेकेदारों का कहना है कि आवाजाही को लेकर वाहनों के जो रेट निश्चित किए गए हैं वह काफी कम है। उनके ठेके के पैसे पूरे नहीं होते। ठेकेदारों के कहने पर उच्चाधिकारियों को पत्र भेज रेट दर बढ़ाने की मांग की गई है। जब रेट दर रिवाइज होकर आएगी तब बोली कि आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। विवादों में रहता है घाट

यमुना नदी के गुमथला घाट हर वर्ष प्रशासन की ओर से बोली करवाई जाती है । इसके बाद ठेकेदार आवाजाही के लिए यह घाट ठेके पर दिया जाता है, लेकिन यह घाट हर वर्ष विवादों के घेरे में रहता है। घाट से गुजरने वाले वाहन चालकों से अधिक पैसे लेने व घाट के रास्ते से तस्करी का कार्य होने को लेकर चर्चा का विषय बना रहता है। बीते दिनों भी सीएम फ्लाइंग की टीम ने यहां पर रेड की थी। वहीं दूसरी ओर खनन ठेकेदारों के साथ इस घाट के ठेकेदारों का कई बार विवाद हो चुका है।

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