शहर में नालों की सफाई में झोल, केवल बाहरी नालों की सफाई कर रहे कर्मचारी
नगर निगम के कर्मचारी नालों की सफाई में झोल कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : नगर निगम के कर्मचारी नालों की सफाई में झोल कर रहे हैं। बाहरी क्षेत्र (मुखर्जी पार्क, गौरी शंकर मंदिर, सिविल लाइन इत्यादि) से गुजरने वाले नालों की सफाई कर उन्हें चमकाने में लगे हुए हैं। लेकिन कालोनियों के बीच से गुजर रहे नालों की सफाई करने की जहमत नहीं उठा रहे। यही वजह है कि हर साल बरसात के दिनों में नालों से पानी की निकासी दुरुस्त नहीं हो पाती और शहर पानी में डूब जाता है। शहर के अंदर नालों में गंदगी की भरमार
नालों की सफाई व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिहाज से मंगलवार को दैनिक जागरण की टीम ने मुखर्जी पार्क से लेकर मछली मार्केट तक जायजा लिया। मुखर्जी पार्क, गौरी शंकर मंदिर, पुराना बिलासपुर रोड, सिविल लाइन नजदीक वरिष्ठ उप मेयर निवास, पंजाबी धर्मशाला व नेशनल हाइवे तक नालों की सफाई चकाचक मिली। हाईवे से स्थित नेशनल ढाबा से गांधीधाम तक जगह जगह नाला अंडरग्राउंड होने की वजह से सफाई व्यवस्था का ज्यादा पता नहीं चल पाया। वहीं रामलीला भवन के पास नाले में भारी मात्रा में गाद जमी मिली। इसके बाद जब मनोहर कालोनी से गुजर रहे नाले की स्थिति जानी, तो आंखें खुली रह गई। गंदगी देख लगा काफी समय से नहीं हुई सफाई
मनोहर कालोनी से गुजर कर मछली मार्केट तक जा रहे नाले की स्थिति देखकर लगा कि बरसों से इस क्षेत्र में सफाई ही नहीं हुई। नाले में पालीथिन की भरमार दिखीं। वहीं नाले में गाद भी सूखी नजर आई। इस क्षेत्र के नाले में पानी का बहाव नाममात्र का दिखाई दिया। कई जगहों पर गंदगी की भरमार होने की वजह से नाला, नाली में तब्दील दिखा। क्षेत्रवासी सुरेंद्र सिंह व रामकिशन का कहना है कि वे वर्षों से यहां रह रहे हैं, लेकिन उन्होंने आज तक किसी कर्मचारी को नालों की सफाई करते नहीं देखा। नालों में गंदगी व गाद की वजह से बरसात के दिनों में निकासी अवरूद्ध हो जाती है। पानी बैक मारकर रामलीला भवन के आसपास के क्षेत्र में रह रहे लोगों को डूबो देता है। इस क्षेत्र में तीन से चार फीट पानी भर जाता है। जो कि नेशनल हाइवे तक पहुंच जाता है। जरा सी बरसात आते ही कांप जाते हैं लोग
क्षेत्रवासी लखविद्र, सुरेंद्र सिंह, मुखत्यार सिंह का कहना है जरा सी बरसात आते ही रामलीला भवन के आसपास रहने वाले लोग कांप जाते हैं। पानी निकासी न होने की वजह से घरों व दुकानों में गंदा पानी भरने का डर सताने लग जाता है। जब लगातार बरसात होती है, तो अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें ही नहीं खोलते। जल्द करवाई जाएगी सफाई
सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज का कहना है कि उन्हें सफाई का कम समय मिला। जल्द ही मनोहर कलोनी से गुजर रहे नालों की सफाई करवा दी जाएगी