कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फैक्ट्री के श्रमिक डर से घर लौटे

यही हालात रही तो ऑक्सीजन की कमी भले न रहे परंतु सप्लाई में बड़ी दिक्कत आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 06:40 AM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 06:40 AM (IST)
कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फैक्ट्री के श्रमिक डर से घर लौटे
कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फैक्ट्री के श्रमिक डर से घर लौटे

यही हालात रही तो ऑक्सीजन की कमी भले न रहे, परंतु सप्लाई में बड़ी दिक्कत आ रही है। फोटो : 7 जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

जिस फैक्ट्री में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए ऑक्सीजन तैयार हो रही है, उसमें मजदूरों की कमी हो गई है। यही हालात रही तो ऑक्सीजन की कमी भले न रहे, परंतु सप्लाई में बड़ी दिक्कत आ रही है। फैक्ट्री से अस्पताल तक ऑक्सीजन पहुंचाने में फैक्ट्री संचालक को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। सप्लाई के लिए उन्हें रोजाना मजदूरों का प्रबंध करना पड़ रहा है। कई बार तो मजूदर मिलते भी नहीं रहे। डर से वापस लौट गए मजदूर :

कोरोना वायरस के कारण केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा जिस तरह से धीरे-धीरे पाबंदियां लगाई जा रही हैं, उससे मजदूरों में भय का माहौल है। फैक्ट्री संचालक के मुताबिक श्रमिकों को इस बात की चिता सता रही है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाए। यदि लॉकडाउन लग गया तो वह यहीं फंस जाएंगे और गत वर्ष की तरह यदि गांव जाने का मौका मिला भी तो उन्हें पैदल ही सफर न करना पड़ जाए। जिले के सभी सिविल अस्पतालों के अलावा दो प्राइवेट अस्पतालों में इंडस्ट्रियल एरिया मानकपुर स्थित अरूण ऑक्सीजन लिमिटेड फैक्ट्री से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। यहां ऑक्सीजन को टैंक से सिलेंडरों में भरने व सप्लाई करने के लिए जो मजदूर रखे गए थे वह सभी बिहार व पश्चिमी बंगाल से थे। परंतु इनमें से 90 फीसद मजदूर लॉकडाउन के खतरे को भांपते हुए वापस अपने घर जा चुके हैं। बढ़ती जा रही है ऑक्सीजन की खपत :

कोरोना के जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, उनमें से ज्यादातर वेंटीलेटर पर हैं। जिन बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा है वह सभी मरीजों से फुल हैं। इसलिए ऑक्सीजन की खपत रोजाना डेढ़ टन से बढ़कर साढ़े तीन टन पर पहुंच गई है। जिस तरह से कोरोना वायरस के नए मरीज सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए लगता है कि ऑक्सीजन की खपत भी दो से तीन टन ओर बढ़ सकती है। फैक्ट्री में लिक्विड ऑक्सीजन बाहर से मंगवाई जाती है। यह मिल तो रही है लेकिन इसे अरेंज करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे में प्रशासन को ऑक्सीजन का पर्याप्त प्रबंध करने के लिए अभी से जुट जाना चाहिए ताकि आने वाले दिनों में मुसीबत न हो। क्योंकि ऑक्सीजन की कमी के चलते कई राज्यों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। रोजाना मजदूरों का प्रबंध कर रहे हैं : अरूण गर्ग

मानकपुर स्थित अरूण ऑक्सीजन लिमिटेड के संचालक अरूण गर्ग ने बताया कि जो श्रमिक ऑक्सीजन सप्लाई के लिए रखे हुए थे। वह लॉकडाउन के डर से अपने घर चले गए हैं। जिस कारण ऑक्सीजन सप्लाई में अब दिक्कत हो रही है। रोजाना दिहाड़ी पर मजदूर बुलाने पड़ रहे हैं। कई बार तो मजदूर काम पर आने से मना कर देते हैं।

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