नालों की खराब इंजीनियरिग व अवैध कब्जों की वजह से पानी में डूब रहा शहर

नालों की खराब इंजीनियरिग व अवैध कब्जों की वजह से बरसात के दिनों में शहर तालाब में डूब जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:35 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:35 AM (IST)
नालों की खराब इंजीनियरिग व अवैध कब्जों की वजह से पानी में डूब रहा शहर
नालों की खराब इंजीनियरिग व अवैध कब्जों की वजह से पानी में डूब रहा शहर

संवाद सहयोगी ,जगाधरी : नालों की खराब इंजीनियरिग व अवैध कब्जों की वजह से बरसात के दिनों में शहर पानी में डूब रहा है। कहीं पर नाला 10 से 15 फीट चौड़ा है, तो कहीं पर पांच फीट से भी कम है। नालों के निरीक्षण के दौरान नगर निगम कमीश्नर धर्मवीर सिंह ने जब अधिकारियों से इसका जवाब मांगा तो वे बगले झांकते नजर आए। हाइवे किनारे नाले पर बने नेशनल ढाबे को देखकर कमीश्नर तल्ख नजर आए। उन्होंने 15 दिनो के अंदर ढाबा खाली करवाने के निर्देश जारी किए। साथ ही नालों पर अवैध कब्जों की लिस्ट तैयार कर उनके खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए कहा। अवैध कब्जों के बारे में दैनिक जागरण ने मामला संज्ञान में लाया तो एसआई ने थमाई लिस्ट:

नालों के निरीक्षण के दौरान जब दैनिक जागरण संवाद सहयोगी ने नालों पर अवैध कब्जे का मामला कमीश्नर के संज्ञान में लाया, तो सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज ने उन्हें एक लिस्ट थमा दी। इस लिस्ट में नालों पर अवैध कब्जों का क्षेत्र तो ंबताया गया। लेकिन किस-किस ने कब्जा किया हुआ है, इसके बारे में जानकारी नहीं दी। जिसके बाद कमीश्नर से नगर निगम के डिप्टी कमीश्नर अशोक कुमार को जागरण संवाद सहयोगी द्वारा बताए गए क्षेत्र का दौरा कर लिस्ट तैयार करने व उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मौखिक आदेश दिए। साथ ही कहा कि जल्द ही उन्हें भी अवैध कब्जों की लिस्ट मुहैया करवाई जाए। कमीश्नर से आश्वस्त किया कि अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। निरीक्षण के दौरान कमीश्नर ने गौरी शंकर मंदिर के सामने नाले का घुमावदार को चौड़ा करने के निर्देश दिए। पीछे की तरफ नाला दस फीट चौड़ा है, जबकि घुमाव पर उसकी चौड़ाई पांच फीट है। इस वजह से बरसात के दिनों में क्षेत्र जलमग्न हो जाता है। नेशनल ढाबा संचालक की लीज खतम कर उसे 15 दिनो में खाली करने के निर्देश जारी किए। साथ ही वहां पर नाले के घुमाव को चौड़ा करने का प्रपोजल तैयार करने को कहा। मौके पर डिप्टी कमीश्नर अशोक कुमार व विनोद नेहरा, एसई आनंद स्वरूप, एक्सइएन रवि ओबराय, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीन शर्मा, सीएसआई सुरेंद्र चोपड़ा, सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज व अन्य उपस्थित रहे। नेशनल ढाबे से जितेंद्रा अस्पताल तक नाले का नया प्रपोजल बनाए अधिकारी : हाइवे पर बने नेशनल ढाबे से लेकर बस स्टैंड जगाधरी से आगे जितेंद्रा अस्पताल तक नाले का नया प्रपोजल तैयार किया जाएगा। इस क्षेत्र में अधिकांश नाला अंडरग्राउंड है और संकरा भी है। राजेश कालोनी से जब नाला हाइवे की ओर मुड़ता है, तो वहां पर पानी का फ्लो कम हो जाता है। जिस कारण राजेश कालोनी, सिविल लाइन व आसपास के क्षेत्र में जलभराव की दिक्कत रहती है। नाले की इंजीनियरिग ठीक होने के बाद इसका समाधान हो जाएगा। हाइवे की पुलिया तोड़कर चालू किया जाए अशोक विहार कालोनी का नाला:

अशोक विहार कालोनी का नाला बंद देखकर कमीश्नर, अधिकारियों पर सख्त नजर आए। उन्होंने कहा कि हाइवे अथॉरिटी अधिकारियों से बात कर हाइवे की पुलिया तोड़कर उसे जल्द चालू किया जाए। ताकि बरसात के दिनों में कालोनी के लोगों को जलभराव का सामना न करना पड़े। जिन क्षेत्रों में सफाई, उन्हीं का करवाया निरीक्षण:

नालों के निरीक्षण के दौरान कमीश्नर को उन क्षेत्रों का ही दौरा कराया गया, जहां पर सफाई व्यवस्था दरूस्त थी। हालांकि रामलीला भवन के पास जमा पड़े नाले को देखकर उन्हें अधिकारियों को स्थिति दरूस्त करने के निर्देश दिए। वहीं बुडिया पुलिस चौकी के पास नालियों में जमा गंदगी देखकर वे अधिकारियों से खफा दिखें। अधिकारियों ने मनोहर कालोनी, दुर्गा गार्डन व अन्य जगहों पर जाम पड़े नालों का कमीश्नर को निरीक्षण नहीं करवाया।

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