यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बहा अस्थाई रास्ता

बीते दिनों बारिश के बाद बढ़े यमुना नदी के जलस्तर से नगली घाट पर बनाया गया अस्थाई रास्ता एक बार फिर से बह गया। रास्ते का निर्माण ओवरब्रिज बना रही कंपनी की ओर से कराया गया था। जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:40 AM (IST)
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बहा अस्थाई रास्ता
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बहा अस्थाई रास्ता

संवाद सहयोगी, रादौर : बीते दिनों बारिश के बाद बढ़े यमुना नदी के जलस्तर से नगली घाट पर बनाया गया अस्थाई रास्ता एक बार फिर से बह गया। रास्ते का निर्माण ओवरब्रिज बना रही कंपनी की ओर से कराया गया था। जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे। इससे जहां कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है वहीं दूसरी ओर यमुना नदी पार स्थित अपने खेतों में जाने वाले किसानों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। अब उन्हें धान की फसल की कटाई कर मंडी में पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इस वर्ष यह तीसरी बार हुआ है जब नदी के पानी से अस्थाई रास्ता बह गया है। इससे पहले भी दो बार यह रास्ता बह जाने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी है। अब जलस्तर कम होने पर ही दोबारा रास्ते का निर्माण संभव है। तब तक पुल का निर्माण कार्य कर रही कंपनी का कार्य भी प्रभावित होगा वहीं, दूसरी ओर किसानों को भी मुश्किलों का सामना करना होगा। अस्थाई रास्ता ही खेतों में पहुंचने का माध्यम :

यमुना नदी पार किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि है। जिन्हें अपने खेतों में जाने के लिए इसी रास्ते का प्रयोग करना पड़ता है। फिलहाल ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके पूरा होने में अभी समय लगेगा। तब तक किसानों को इसी रास्ते का सहारा है। अब धान की कटाई का समय चल रहा है। कुछ ही दिन पहले जब पुल निर्माण का कार्य कर रही कंपनी ने इस रास्ते का निर्माण कार्य करवाया तो किसानों को काफी राहत मिली थी। लेकिन अब रास्ता न होने से किसानों को लंबी दूरी तय कर कलानौर के रास्ते अपने खेतों में पहुंचना होगा।

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