शिक्षा को बचाने व ज्वलंत मुद्दों पर अध्यापकों ने डीईओ कार्यालय पर किया प्रदर्शन
संयुक्त शिक्षक संघर्ष समिति यमुनानगर के बैनर तले अध्यापकों ने सार्वजनिक स्कूली शिक्षा को बचाने अध्यापकों व छात्रों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : संयुक्त शिक्षक संघर्ष समिति यमुनानगर के बैनर तले अध्यापकों ने सार्वजनिक स्कूली शिक्षा को बचाने, अध्यापकों व छात्रों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान राकेश धनखड़ ने कहा कि सरकार 1500 प्राथमिक स्कूल पहले ही बंद कर चुकी है और 900 से अधिक एलीमेंट्री व प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की योजना बना रही है। संगठन के संज्ञान मे आया है कि विभाग 300 से अधिक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान संकाय समाप्त करने जा रहा है जो न्याय संगत नहीं है। ग्रामीण परिवेश छात्र छात्राओं को विज्ञान शिक्षा से वंचित करना गलत है। सार्वजनिक शिक्षा को बढा़वा देने के लिए नई बस्तियां-नई आबादी में नए प्राथमिक मिडिल विद्यालय खोले जाएं। स्कूलों को बंद करने को तुरंत रोका जाए। स्थानांतरण नीति में रही त्रुटियों को दूर किया जाए। समय रहते व्यवहारिक रेशनेलाइजेशन किया जाए और बहुत ही स्पष्टता व पारदर्शी तरीके से सभी पदों को सार्वजनिक किया जाए। इच्छुक शिक्षकों के ही तबादले ही किए जाएं। सक्षम के नाम पर एनजीओ को करोड़ों रुपये देना बंद किया जाए। सभी कक्षाओं को ही सक्षम करना जरूरी है। पिछले तीन वर्षों से लाखों छात्रों की वजीफा, वर्दी, स्टेशनरी की राशि जारी की जाए। सभी वर्गों की सभी प्रकार की पदोन्नतियां सूचियां जारी की जाए। मौके पर प्रदीप सरीन, रविद्र राणा, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, रजनीश गुप्ता, जगपाल सिंह, राम नरेश गोविद सिंह भाटिया, प्रितम सिंह, मनमोहन सिंह, विरेंद्र, मनीष, दिनेश तंवर, सुशील कुमार, यशपाल, जोगिद्र सिंह इत्यादि मौजूद रहे।
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