एसपी साहब, लड़कियां भी स्मैक के नशे की लत का शिकार हो रही हैं

नशा मुक्ति मुहिम को लेकर मंगलवार को फिर एसपी कमलदीप गोयल ने समाजसेवी संगठनों के साथ बैठक की। इसमें समाजसेवी संगठन 14 और नए लोगों को लेकर आए। यह लोग नशे के आदी हैं और नशा छोड़ना चाहते हैं। एसपी कमलदीप गोयल ने इन सभी लोगों को सिविल अस्पताल भिजवाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 12:52 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 12:52 AM (IST)
एसपी साहब, लड़कियां भी स्मैक के नशे की लत का शिकार हो रही हैं
एसपी साहब, लड़कियां भी स्मैक के नशे की लत का शिकार हो रही हैं

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नशा मुक्ति मुहिम को लेकर मंगलवार को फिर एसपी कमलदीप गोयल ने समाजसेवी संगठनों के साथ बैठक की। इसमें समाजसेवी संगठन 14 और नए लोगों को लेकर आए। यह लोग नशे के आदी हैं और नशा छोड़ना चाहते हैं। एसपी कमलदीप गोयल ने इन सभी लोगों को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां पर चिकित्सकों ने उनकी जांच की और नशा छोड़ने के लिए इलाज शुरू कर दिया। इस दौरान एसपी ने कहा कि नशा मुक्ति मुहिम के सकारात्मक प्रयास नजर आ रहे हैं। पिछले शुक्रवार को जिन 23 लोगों का इलाज शुरू कराया गया था। उनमें से पांच को भी बुलाया गया था। उनसे बात कर हालचाल जाना। वह काफी खुश हैं। बैठक के दौरान हमीदा क्षेत्र में नशा होने का भी मुद्दा उठा। समाजसेवी संगठनों ने कहा कि शहर के अंदर कुछ लड़कियों का भी ग्रुप बना हुआ है। जो स्मैक का नशा करती हैं। यह काफी कम उम्र की लड़कियां है। जो इस नशे की लत का शिकार होकर जीवन बर्बाद कर रही हैं। इन लड़कियों के लिए भी प्रयास करने होंगे। एसपी ने कहा कि हर उस व्यक्ति के लिए कोशिश करनी है। जो नशा छोड़ना चाहता है। उनके परिवार वालों से बात करनी होगी। इसके बाद नशा करने वालों को इलाज के लिए लाना होगा। इसी तरह से एक अन्य समाजसेवी ने वीडियो दिखाई कि इसमें कोई पुलिसकर्मी नशा बेचने वाले को खींचकर लाते हैं। बाद में उसे पैसे लेकर छोड़ देते हैं। हेल्पलाइन पर आई 33 काल :

ड्रग डिएडिक्शन के लिए शुरू की गई हेल्पलाइन पर 33 काल आई है। यहां पर जो काल आई हैं। उनके लिए भी एनजीओ व पुलिस की ड्यूटी लगाई है। जिससे इन काल पर रिस्पांस दिया जा सके। अभी हेल्पलाइन की शुरूआत है। कुछ दिक्कत आ सकती है। उनको भी दूर किया जा रहा है। वहीं जिन महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों की ड्यूटी हेल्पलाइन पर लगाई गई थी। वह बैठक में नहीं थे। जिस पर एसपी ने उनके स्थान पर दूसरे कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। अलग से बनाया जाए वार्ड : बैठक के दौरान समाजसेवी संगठनों ने मुद्दा रखा कि जो लोग नशा छोड़ना चाहते हैं। उनके लिए अलग से वार्ड होना चाहिए। यदि उन्हें एडमिट करने की जरूरत है, तो वहां पर एडमिट किया जा सके। इस पर एसपी ने अमल करने का आश्वासन दिया। इस बारे में सिविल सर्जन से बात कर व्यवस्था बनाई जाएगी।

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