पौधा लगाकर एक साल करें सेवा, इसके बाद पेड़ जीवनभर साथ देगा
फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जिला में ट्री कवर एरिया सात प्रतिशत हो गया है। पहले यह छह प्रतिशत था।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिले में 22 हजार हेक्टेयर यानि 14 फीसद क्षेत्र में जंगल हैं। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार जिले में ट्री कवर एरिया सात फीसद हो गया है। पहले यह छह था। जंगलों व हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं भी अपने स्तर पर प्रयास कर रही हैं। पौधारोपण अभियान इससे भी ज्यादा जोर पकड़े इसका भी प्रयास किया जा रहा है। इसे संभव कैसे बनाया जा सकता है इस पर वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर, नगर निगम के मेयर मदन चौहान, यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा व डीसी मुकुल कुमार से बातचीत की।
साल में दो पौधे तो जरूर लगाएं : मुकुल कुमार
डीसी मुकुल कुमार का कहना है कि एक साल में कम से दो पौधे प्रत्येक व्यक्ति, महिला, बुजुर्ग व बच्चों को लगाने चाहिए। यदि सभी अपने नाम का पौधा लगाकर उसकी देखभाल करेंगे तो पौधारोपण को बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अब तो पौधे वन विभाग से मुफ्त मिलते हैं। यदि मनुष्य पौधे ज्यादा लगाएगा तो वन विभाग की नर्सरियों में भी पौधे ज्यादा तैयार होंगे। घर के आंगन, खाली प्लॉट या फिर खाली पड़ी सरकारी जमीन पर पौधे लगाए जा सकते हैं। इस काम में पंचायतें व एनजीओ विशेष भूमिका निभा सकती हैं। पंचायतें गांव के प्रत्येक व्यक्ति को पौधा लगाने के लिए प्रेरित कर सकती हैं।
एक साल पौधे की सेवा जरूरी : घनश्याम दास
यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा का कहना है कि पौधे दो तरह से लगाए जा सकते हैं। एक खेत में तथा दूसरे सार्वजनिक स्थान जैसे सड़कों किनारे व पंचायती जमीन पर। जब भी कोई व्यक्ति पौधा लगाता है तो उसको एक साल तक गोद लेकर देखभाल करनी चाहिए। क्योंकि एक साल बाद पौधा अपनी देखभाल खुद कर लेगा। इसके बाद पौधा हमें फल, छाया व लकड़ी देगा। जिस तरह इंसान को जीवित रहने के लिए खुराक की जरूरत होती है उसी तरह पौधे को भी जरूरी पौषक तत्व देने चाहिए। इससे कुछ सालों में हरियाली अपने आप बढ़ जाएगी।
निगम की खाली जमीन पर पौधे लगाएंगे : मदन चौहान
मेयर मदन चौहान का कहना है कि नगर निगम की काफी जमीन खाली पड़ी है। पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए खाली जमीन पर पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा शहर के डिवाइडरों व सड़कों किनारे भी पौधे लगाने की योजना चल रही है। गत वर्ष भी मानसून सीजन में हमने 20 हजार पौधे लगाए थे। शहरी क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति अपने घर या दुकान के आगे से बिना अनुमति के पेड़ न काट सके इसके लिए नियमों को कड़ा बनाने की जरूरत है।
पौधे लगाने से अधिक बचाने पर जोर : गुर्जर
वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर इस बार सरकार गंभीर है। सरकार का जोर पौधे लगाने से अधिक उन्हें बचाने पर रहेगा। इसके लिए पहली बार वृक्ष मित्र तैनात किए जाएंगे। उन्हें इस शर्त पर रखा जाएगा कि वन विभाग जो भी पौधा लगाएगा, वह हरा भरा रहना चाहिए। सरकार हर गांव में पौधारोपण करेगी। शुरुआत में 1100 गांवों का चयन किया गया है। प्रत्येक जिले से 50-50 गांव चुने गए हैं।