लकड़ी की ट्रालियों में ओवरलोड कम करने पर फंसा पेंच

लक्कड़ मंडी में आने वाली ओवरलोड ट्रालियों पर अंकुश लगाने में नाकाम है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:29 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:29 AM (IST)
लकड़ी की ट्रालियों में ओवरलोड कम करने पर फंसा पेंच
लकड़ी की ट्रालियों में ओवरलोड कम करने पर फंसा पेंच

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लक्कड़ मंडी में आने वाली ओवरलोड ट्रालियों पर अंकुश लगाने में प्रशासन के पसीने छूट गए हैं। अब प्रशासन कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है तो ओवरलोड का पैमाना तैयार करने पर पेंच फंस गया है। प्रशासन का कहना है कि ट्राली में लकड़ी की ऊंचाई सात फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रशासन ट्राली में लकड़ी की ऊंचाई जमीन से माप रहा है। वहीं लक्कड़ मंडी के आढ़तियों का कहना है कि लकड़ी की ऊंचाई ट्राली के तल से मापी जाए। जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। इसे लेकर इसी सप्ताह आरटीए व आढ़तियों की होने वाली मीटिग में मंथन होगा।

जिला की लक्कड़ मंडी देशभर में प्रसिद्ध हैं। इसे एशिया की सबसे बड़ी लक्कड़ मंडी कहा जाता है। इस समय यमुनानगर के मंडौली व जगाधरी के मानकपुर में दो लक्कड़ मंडियां चल रही हैं। दोनों जगहों पर रोजाना करीब 1200 से 1400 ट्रैक्टर ट्रालियां लकड़ी लेकर आती है। ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों की वजह से सड़कें टूट रही हैं। बरसात के दिनों में यमुनानगर में दुकानों के सामने खड़ी हो रही इन ट्रालियों से कीचड़ जमा हो जाता है। इसमें वाहन चालक चोटिल होते हैं। यही हालात जगाधरी में है। ज्यादातर ट्रालियों में लकड़ी की ऊंचाई ट्राली के तहत से 10 से 12 फुट की होती है। लकड़ी को रोकने के लिए ट्राली के दोनों तरफ कई-कई बल्लियां लगानी पड़ती हैं। खनन जोन व ईंट भट्ठा एसोसिएशन को भी बुलाएंगे

प्रशासन लक्कड़ मंडी के साथ-साथ खनन जोन व ईंट भट्ठों की ट्रालियों पर भी अंकुश लगाना चाहता है। इसलिए आगामी दिनों में जो मीटिग होगी उसमें खनन जोन व ईंट भट्ठा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। माइनिग जोन में भी रोजाना हजारों ट्रैक्टर-ट्रालियों में रेत लेने के लिए आती हैं। इनमें भी रेत ट्राली के चारों तरफ लकड़ी का फट्टा लगाकर ले जाया जाता है। रेत गीला होता है और इसमें वजन ज्यादा होता है। अचानक ब्रेक लगाने पर ट्रैक्टर नहीं रूकता और हादसा होने की संभावना रहती है। इसी तरह ईंट भट्ठों से भी ट्रालियों में हजारों ईंट ले जाई जा रही है। तीन माह पहले ही ईंट से भरी ट्रैक्टर-ट्राली ने जगाधरी में रक्षक विहार नाके पर नौवीं कक्षा की एक छात्रा को कुचल दिया था। हादसे में छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई थी। ओवरलोड ने सड़कों का निकाला दम

ओवरलोड वाहन सड़कों का भी दम निकाल रहे हैं। काफी सड़कें गड्ढों में तबदील हो चुकी हैं। अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। जठलाना-गुमथला रोड, गुमथला से कंडरौली रोड, जगाधरी से पौंटा साहिब नेशनल हाईवे, बूड़िया रोड पर जगह-जगह गड्ढ़े बने हुए हैं। अधिकारी ओवरलोड वाहनों के चालान किए जाने का दावा करते हैं। लोगों ने इस संबंध में कई बार अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। इसी सप्ताह मीटिग होगी : सुभाष चंद्र

आरटीए डा. सुभाष चंद्र का कहना है कि लक्कड़ मंडी में काफी ओवरलोड ट्रालियां आ रही हैं। इनमें लकड़ी की ऊंचाई बहुत ज्यादा है जिसे सात फीट किया जाएगा। लकड़ी की ऊंचाई ट्राली के तल से हो या जमीन से यह तय करना है। इसी सप्ताह इसे लेकर मीटिग बुलाई गई है।

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