लंबे समय के बाद आराम से उठे, दिन भर हार-जीत पर किया मंथन

वो¨टग के बाद प्रत्याशियों की भागदौड़ भले ही कम हुई है, लेकिन धड़कनें पहले से भी ज्यादा तेज हैं। कई दिनों के बाद कई प्रत्याशियों ने परिवार के साथ नाश्ता किया तो कुछ ने घर के जरूरी काम में हाथ बंटाया। दिनभर हार जीत पर मंथन चलता रहा है। कोई जगाधरी शहर में अपनी पैठ अधिक बता रहा तो कोई ग्रामीण एरिया से लीड बना रहा था। प्रत्याशी सरस्वती स्कूल में रखी ईवीएम की सुरक्षा देखने के लिए दौड़ लगाते हुए देखे गए। काउं¨टग के लिए प्रत्याशियों के एजेंटों ने फार्म भी जमा किए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Dec 2018 12:55 AM (IST) Updated:Tue, 18 Dec 2018 12:55 AM (IST)
लंबे समय के बाद आराम से उठे, दिन भर हार-जीत पर किया मंथन
लंबे समय के बाद आराम से उठे, दिन भर हार-जीत पर किया मंथन

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : वो¨टग के बाद प्रत्याशियों की भागदौड़ भले ही कम हुई है, लेकिन धड़कनें पहले से भी ज्यादा तेज हैं। कई दिनों के बाद कई प्रत्याशियों ने परिवार के साथ नाश्ता किया तो कुछ ने घर के जरूरी काम में हाथ बंटाया। दिनभर हार जीत पर मंथन चलता रहा है। कोई जगाधरी शहर में अपनी पैठ अधिक बता रहा तो कोई ग्रामीण एरिया से लीड बना रहा था। प्रत्याशी सरस्वती स्कूल में रखी ईवीएम की सुरक्षा देखने के लिए दौड़ लगाते हुए देखे गए। काउं¨टग के लिए प्रत्याशियों के एजेंटों ने फार्म भी जमा किए।

12 कब बजे पता ही नहीं चला : मदन चौहान

भाजपा से मेयर पद के प्रत्याशी मदन चौहान सोमवार सुबह 10 बजे उठे, क्योंकि दो सप्ताह से चुनाव में व्यस्त थे। कई दिनों के बाद उन्होंने चैन की नींद ली। हालांकि रात को जब भी आंख खुली तो चुनावी नतीजों के बारे में सोचते रहे। जब से नगर निगम चुनाव की घोषणा हुई थी तब से काफी व्यस्त थे। कभी समर्थकों के साथ मी¨टग तो कभी बड़े नेताओं से मिलना। इस दौरान परिवार को समय बिल्कुल भी नहीं दे सके। सुबह उठते ही पहले पत्नी व बच्चों से उनका हालचाल पूछा। फिर एक कप चाय पी। घर में जितने भी अखबार आए थे सभी को को पढ़ा। सभी अखबारों में अलग-अलग खबर थी। जिनसे पता चला कि चुनाव के दौरान क्या घटा और कहां कितने प्रतिशत मतदान हुआ। कोई मेरी जीत के बारे में लिख रहा था तो किसी ने कांटे की टक्कर बताई। तभी घर के सामने गली में आठ-दस कुर्सियां रखवाई। आसपास के लोग भी वहां आकर बैठ गए और चुनावी नतीजों के बारे में अपनी-अपनी प्रतिक्रिया जताने लगे। 12 कब बजे पता ही नहीं चला। फिर नहाने व सुबह का नाश्ता करने के बाद कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ मी¨टग ली। उन्होंने अपनी जीत को न केवल पक्का बताया बल्कि भाजपा के सभी 22 पार्षदों की जीत का भी दावा किया।

सैर के साथ की शुरुआत : राकेश काका

कांग्रेस के सांझा उम्मीदवार राकेश काका सुबह साढ़े आठ बजे उठे। थकावट के कारण रात को गहरी नींद आई। सुबह उठते ही घर के सामने लॉन में कुछ देर सैर की। इसके बाद योगा किया। एक नजर घर में आए अखबारों में प्रकाशित हुई खबरों पर भी दौड़ाई। धीरे-धीरे लोगों की आवाजाही घर में होने लगी। ज्यादातर लोग मेयर बनने की बधाई एडवांस में ही देने लगे। कांग्रेस के कई नेता भी घर पर मिलने पहुंचे ताकि चुनाव परिणाम को लेकर रणनीति बनाई जा सके। राकेश काका ने बताया कि लोगों का आना जाना इतना लगा रहा कि दोपहर साढ़े 12 बजे तक भी नहाने का समय नहीं लगा। दोपहर तक मोबाइल पर सैकड़ों लोग फोन कर चुके थे। जिनमें से काफी बधाई दे रहे थे तो कुछ पूछ रहे थे कि फैसला क्या आएगा। हालांकि अपनी जीत को लेकर वे आश्वस्त नजर आए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण लोग दुखी थे इसलिए लोगों ने उन्हें अपना वोट दिया।

कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मिला : संदीप गोयल

बसपा-इनेलो के सांझा उम्मीदवार संदीप गोयल उर्फ गट्टू की दिनचर्या पहले की तरह सामान्य रही। मतदान तो हो गया लेकिन चुनाव के नतीजे क्या होंगे ये सोच कर रात को ठीक से नींद नहीं आ सकी। सुबह आठ बजे उठे। उठते ही मोबाइल पर सोशल मीडिया पर आए मैसेज को चेक किया। इसके बाद अखबारों पर जल्दी जल्दी नजर दौड़ाई। बीच-बीच में लोगों के फोन भी आते रहे। जिन्होंने भरोसा दिलाया कि इस चुनाव में उनकी जीत पक्की है क्योंकि ग्रामीण व जगाधरी क्षेत्र से ज्यादा वोट उन्हें डली है। घर पर दर्जनों लोग मिलने के लिए। उनके साथ चाय पर नतीजों व मतदान को लेकर चर्चा की। नहाने के बाद हुडा स्थित अपने कार्यालय में गए जहां पर पहले से ही दर्जनों लोग पहुंचे हुए थे। काफी दिनों के बाद कार्यकर्ताओं को ठहाके लगाने का मौका मिला। संदीप गोयल का कहना है कि मेयर का चुनाव वे ही जीतेंगे। सभी वर्ग के लोगों ने उन्हें समर्थन दिया।

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