कांजनू में हुआ रिकार्ड विकास, पंचायती जमीन पर बिछाई पाइप लाइन
1900 की आबादी वाले गांव कांजनू में रिकार्ड विकास कार्य हुए हैं। अलग-अलग विकास कार्यों पर करीब डेढ करोड़ रुपये खर्च हुए। हालांकि सरकारी सहायता उन्हें मात्र 35 से 40 लाख रुपये की ही मिल पाई है। पंचायत ने अपनी आमदन का प्रयोग कर गांव में विकास कार्यों को गति दी। पंचायत के पास करीब 55 एकड़ भूमि है।
संवाद सहयोगी, रादौर :1900 की आबादी वाले गांव कांजनू में रिकार्ड विकास कार्य हुए हैं। अलग-अलग विकास कार्यों पर करीब डेढ करोड़ रुपये खर्च हुए। हालांकि सरकारी सहायता उन्हें मात्र 35 से 40 लाख रुपये की ही मिल पाई है। पंचायत ने अपनी आमदन का प्रयोग कर गांव में विकास कार्यों को गति दी। पंचायत के पास करीब 55 एकड़ भूमि है। निवर्तमान सरपंच पवन कुमार ने न केवल गांव में सुविधाओं का ध्यान रखते हुए कार्य किए बल्कि पंचायती भूमि को ठेके पर लेने वाले किसानों के की सुविधाओं को भी ध्यान में रखा। 52 एकड़ पंचायती भूमि में पाइप लाइन दबवाने का कार्य करवाया। जिससे पानी की बचत भी हो रही है और खेतों की सिचाई भी कम समय में हो जाती है। गांव की साक्षरता दर भी 90 प्रतिशत से अधिक है।
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ग्रामीण विनोद कांबोज ने बताया कि पंचायत ने गांव के युवाओं का भी अपने कार्यकाल के दौरान विशेष ध्यान रखा। समय समय पर पंचायत ने युवाओं को खेलों का सामान उपलब्ध करवाया है। इसके अलावा युवाओं के लिए गांव में 400 मीटर ट्रैक भी बनाया गया। जिस पर आज युवा पसीना बहा रहे है। वहीं युवाओं को जिम करने के लिए शहर न जाना पड़े इसके लिए गांव में ही पंचायत ने जिम की व्यवस्था भी करवाई। फोटो : 5
संजीव सैनी का कहना है कि गांव की गलियां काफी खस्ताहाल हो चुकी थी। जिन्हें पंचायत ने दोबारा से पक्का करवाने का कार्य किया। एनजीटी के आदेशों के बाद गांव का गंदा पानी नहर में जाने से बंद करवा दिया गया। जिससे गांव में पानी की निकासी की समस्या होने लगी। इसे देखते हुए पंचायत ने पानी की निकासी के लिए सीवरेज की व्यवस्था करवाई। जिस पर कार्य चल रहा है। अब गांव का गंदा पानी नहर में न जाकर जोहड़ तक पहुंचाया जाएंगा। इसके अलावा गांव की महिलाएं आजीविका मिशन से भी जुड़ी हुई है। उनके लिए पंचायत ने कमरा दिया हुआ है। वहीं भवन निर्माण के लिए भी भूमि आजीविका मिशन को दी है। फोटो : 6
ये कार्य हुए
निर्वतमान सरपंच
ग्राम पंचायत की ओर से पशु अस्पताल का भवन, दो एससी चौपाल, आंबेडकर भवन, पंचायत कार्यालय, श्मशान घाट का बरामदा, ग्राम सचिवालय, वृद्धा आश्रम में लंगर हाल, युवाओं के लिए जिम, सीवरेज व्यवस्था, खस्ताहाल गलियों को दोबारा से पक्का करवाना इत्यादि शामिल है।