कैमरे की निगरानी में हुई गेहूं की खरीद
जिला की अनाज मंडियों कैमरे की निगरानी में गेहूं की खरीद हुई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला की अनाज मंडियों कैमरे की निगरानी में गेहूं की खरीद हुई। खरीद में पारदर्शिता के मद्देनजर गेट पास कटने से लेकर बोली प्रक्रिया तक हर गतिविधि की वीडियोग्राफी करवाई गई। जगाधरी अनाज मंडी में 1700 क्विटल, बिलासपुर में 300, रणजीतपुर में 241, खिजराबाद में 500 क्विटल व रादौर में 700 क्विटल गेहूं की खरीद हुई है। सभी अनाज मंडियों में जो गेहूं वीरवार को पहुंची, केवल वही खरीदा गया। किसान विकास सैनी, अवतार सिंह व बलदेव सिंह का कहना है कि सरकार ने गेहूं की खरीद को लेकर रातों-रात इस तरह का आदेश दिए हैं। दो दिन ही गेहूं की खरीद हुई। कम से कम एक सप्ताह का समय दिया जाना चाहिए। क्योंकि मंडी में फसल पहुंचाने के लिए किसान को कट्टों व वाहन का भी इंतजाम करना पड़ता है। गेटपास कटवाने में भी काफी घंटों मशक्कत करनी पड़ी है। हैफेड़ ने की खरीद
30 अप्रैल के बाद मंडी में बंद हुआ गेहूं खरीद का कार्य वीरवार को फिर से शुरू हुआ। मंडी में करीब 700 क्विटल गेहूं पहुंची। इसकी खरीद हैफेड़ की ओर से की गई। मार्केट कमेटी सचिव जयसिंह व मंडी सुपरवाइजर मनोज कुमार ने बताया कि मंडी में जो भी किसान गेहूं लेकर पहुंचा उसकी वैरिफिकेशन के बाद ही उसका गेट पास काटा गया। तभी उसे मंडी में एंट्री दी गई है। बुधवार को भी कुछ किसानों की खरीद हुई थी लेकिन उनके गेट पास पहले से ही कटे हुए थे। लेकिन खरीद नहीं हो पाई थी। किसानों ने कहा कि सरकार को पहले ही यह सूचना दे देनी चाहिए। ताकि किसान पहले से ही पूरी तैयार कर लेते। अब अंतिम समय में यह निर्णय लेना पूरी तरह से गलत है।